Barwani. सरकारी कॉलेज (government college) निवाली की महिला कर्मियों द्वारा प्राचार्य, एक सहायक प्राध्यापक और क्लर्क के खिलाफ की गई उत्पीड़न की शिकायत सही साबित हो गई है। इस मामले में जिला स्तरीय स्थानीय परिवाद समिति (Local Complaints Committee) ने जांच की थी। मामले में समिति ने तीनों को सजा की अनुशंसा भी की है। उधर शिकायतकर्ता महिला ने पुलिस में लिखित शिकायत कर दो अज्ञात लोगों द्वारा रास्ते में धमकी दिए जाने की शिकायत की है।
कॉलेज की पढ़ाने वाली और लैब से जुड़ी कुल तीन महिलाओं ने प्राचार्य डॉ. अशोक वर्मा, सहायक प्राध्यापक जी.आर. मोरे और क्लर्क रवि नामदेव के खिलाफ उत्पीड़न की शिकायत की थी। इनका आरोप था कि तीनों उनकी वेषभूषा पर अशोभनीय टिप्पणी करते हैं। द्वीअर्थी बातें करते हैं और अश्लील इशारे करते हैं। कॉलेज अवधि में ही परिसर में आपत्तिजनक वेषभूषा में बैडमिंटन खेलते हैं।
तूल पकड़ा तो बनी कमेटी
मामले ने तूल पकड़ा तो जिला स्तरीय जांच कमेटी बनाई गई। इसकी अध्यक्ष जया शर्मा और सदस्य घनश्याम धनगर (एसडीओ, राजस्व बड़वानी), निलेष सिंह रघुवंशी (सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य) सरिता भूरिया (जिला योजना अधिकारी) और कविता चौहान (एकीकृत बाल विकास परियोजना अधिकारी, बड़वानी) थे। समिति ने दोनों पक्षों के बयान, स्थल निरीक्षण आदि किया। साथ ही विद्यार्थियों और अन्य कर्मियों के कथनों से मिलान किया । इसके अलावा वॉट्सएप ग्रुप पर हुई चैंटिंग को भी देखा। तमाम बिंदुओं की जांच के बाद समिति ने शिकायतों को सही पाया।
सजा की अनुशंसा
कमेटी ने दोषी प्राचार्य डॉ. अशोक वर्मा और सहायक प्राध्यापक जी.आर. मोरे का अन्यत्र तबादला करने की अनुशंसा की वहीं क्लर्क रवि नामदेव को चेतावनी पत्र जारी करने की अनुशंसा की। रिपोर्ट को करीब तीन हफ्ते हो गए हैं।
उच्च शिक्षा विभाग को लिखा है
बड़वानी जिला पंचायत सीईओ अनिल डामोर ने 'द सूत्र' से कहा- रिपोर्ट में जो अनुशंसाएं की गईं थीं, उसके संदर्भ में हमने उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिख दिया है।