Bhopal. बंगाल की खाड़ी में मानसून आने का असर मध्यप्रदेश में भी हुआ है। तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे लोगों को भी काफी राहत मिली है। गुरूवार को सबसे गर्म दिन खजुराहो में रहा। यहां तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने आज इंदौर, होशंगाबाद, जबलपुर, भोपाल संभाग में बारिश की संभावना जताई है। जबकि, शनिवार से पूरे प्रदेश में मानसून पूर्व की एक्टिविटी में तेजी आने की संभावना है।
प्रदेश के शहरों का तापमान
प्रदेश में सबसे ज्यादा 44.8 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में रिकॉर्ड किया गया। राजधानी भोपाल में अधिकतम तापमान 41.7 डिग्री और न्यूनतम तापमान 30.5 डिग्री रहा। जबलपुर में अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान 30.3 डिग्री, ग्वालियर में अधिकतम तापमान 43.9 और न्यूनतम पारा 29.8 डिग्री रिकॉर्ड हुआ, वहीं इंदौर में सबसे कम गर्मी पड़ी। यहां का अधिकतम तापमान 39.7 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26.6 डिग्री रहा। शहर में दिन में पश्चिमी हवाएं अधिकतम 22 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से चलीं।
शुक्रवार को चार बड़े शहरों का तापमान
शुक्रवार सुबह 9.30 बजे राजधानी भोपाल का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रहा। ग्वालियर का 38 और जबलपुर का तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रहा। इंदौर का पारा 32 डिग्री तक पहुंच गया। इंदौर में अधिकतम तापमान 38 से 39 डिग्री तक पहुंचने की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि प्री-मानसून के मेहरबान होने के बाद लू और गर्मी से लोगों को और राहत मिल जाएगी। प्रदेश में मानॅसून 20 जून के बाद एंट्री ले लेगा।
अरब सागर से वातावरण में आई नमी
मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ हिमाचल प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में और उत्तर प्रदेश के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर एक ट्रफ लाइन पूर्वी मध्यप्रदेश से होकर तेलंगाना और चक्रवात से एक अन्य ट्रफ लाइन उत्तरी बांग्लादेश तक बनी हुई है। दक्षिण-पश्चिम मानसून के बंगाल की खाड़ी में आगे बढ़ने और अरब सागर में मानसून की हलचल तेज होने से वातावरण में नमी बढ़ने लगी है।