Damoh.चार साल पहले तक बुंदेलखंड इलाके के लोगों को बाघ देखने के लिए पन्ना टाईगर रिजर्व जाना पड़ता था। किसी ने यह कभी नहीं सोचा था कि दमोह और सागर के बीच भी बाघ देखने मिल सकते हैं, लेकिन यह सपना 2018 में सच हो गया और सबसे बड़ी बात है कि महज चार साल के अंदर यहां बाघों का कुनबा बढ़कर 12 पहुँच गया जो कि तीन दिन पहले तक दस था। दरअसल यहां सबसे पहले आई बाघिन राधा के चार शावक अभयारण्य में लगे कैमरे में कैद हो गए जिन्हे अभी तक प्रबंधन भी दो समझ रहा था। दरअसल राधा अपने शावकों के साथ गुफा में छिपी रहती थी और जन्म के समय केवल दो शावक वन कर्मियों को दिखे थे, लेकिन जब यह चारों शावक एक साथ वयस्क जैसी अवस्था में दिखाई दिए तब इस बात की पुष्टि हुई कि राधा ने दो नहीं चार शावकों को जन्म दिया था।
दरअसल यहां सबसे पहले साल 2019 में राधा और किशन की पहली संतान के रूप में तीन शावकाें ने जन्म लिया था जिसमें दो मादा और एक नर था। यह शावक पूर्ण रूप से वयस्क हो चुके हैं और इसी मादा में से एक एन 12 ने दो शावकों को भी जन्म दिया है। जबकि इसके पहले एन 12 की मां एन 1 बाधिन राधा ने छह नवंबर को पुन: शावकों को जन्म दिया जिन्हे पहले दो समझा जा रहा था जो गुफा से बाहर निकल आए हैं और अब इनकी संख्या चार निकली है। वर्तमान समय में अभयारंण्य बंद है और अब तीस सितंबर को ही खुलेगा जिससे अभयारण्यं में अब केवल कर्मचारी और अधिकारी ही घूम सकते हैं उन्होंने ही राधा के चार शावकों के होने की पुष्टि की है।
दूसरी और तीसरी पीढ़ी है साथ
नौरादेही में पहले बाघिन और फिर बाघ आया और दो एक बाद तीन शावक हुये। उसके बाद बाघिन राधा ने छह नवंबर को चार शावकों को जन्म दिया। साथ ही कुछ दिनों बाद राधा की बेटी एन 12 ने दो शावकों को जन्म दिया था। वैसे तो यहां वंशवृद्धि के अनुसार बाघों की संख्या 11 है क्योंकि एक अन्य बाघ कहीं से नौरादेही में आ गया है और पिछले एक साल से अभयारण्य में घूम रहा है जो यहीं आकर बस गया है इसे मिलाकर नौरादेही में बाघों की संख्या 12 हो गई है। इस हिसाब से एक परिवार के 11 सदस्य इस अभयारण्य में हैं। जिनमें पांच वयस्क है जबकि छह नन्हे शावक हैं और एक बाहरी बाघ ने अपना डेरा यहां
जमा लिया है। जिसकी भी लगातार निगरानी हो रही है। इसके अलावा आने वाले समय में राधा की दूसरी बेटी एन 11 भी गर्भवती है जो कभी भी शावकों को जन्म दे सकती है। यह जानकारी सूत्रों से प्राप्त हो रही
है।
एन 12 के हो सकते हैं दो से ज्यादा शावक
नौरादेही के डीएफओ सुंधाशु यादव ने बताया कि बाघिन राधा ने वर्ष 2021 में दो शावकों को जन्म दिया था। जिन्हे पांच नंवबर को गश्ती दल टीम द्वारा देखा गया था। उस समय बाघिन गुफा में होने के कारण गश्ती दल को सिर्फ दो शावक ही दिखाई दिए थे। आठ माह के बाद गुफा निकले हुए शावकों की संख्या चार है। बाघिन राधा ने चार शावकों को जन्म दिया था जो अपने शावकों को झाड़ियों के बीच गुफा में छिपाकर रखा था। वहीं बाघिन राधा से जन्मी बाघिन एन 12 के भी अभी दो शावक दिख रहे हैं हो सकता हैं उसके शावकों की संख्या भी अधिक हो। वर्तमान में 12 बाघों की दहाड़ से नौरादही अभयारण्य गुलजार
हो रहा है।