अरुण तिवारी के साथ सचिन त्रिपाठी. मध्यप्रदेश में राज्यसभा की रेस शुरु हो गई है। 29 जून को प्रदेश की तीन राज्यसभा सीटें खाली हो रही हैं। इनमें से दो बीजेपी के और एक कांग्रेस के हिस्से में आएगी। बीजेपी की ओर से एमजे अकबर और संपतिया उइके का कार्यकाल खत्म हो रहा है, तो कांग्रेस की ओर से विवेक तन्खा राज्यसभा में अपना कार्यकाल पूरा कर रहे हैं। कांग्रेस में नेताओं की दावेदारी तेज हो गई है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल ने खुद को राज्यसभा की रेस में शामिल कर लिया है। उनकी यह दावेदारी एक सभा के दौरान सामने आई। साइड लाइन का दर्द बयां करते हुए उन्होंने कहा कि सक्रियता पर सवाल उठाते हैं। कोई पद मिले तो सक्रियता और बढ़ सकती है।
कांग्रेस में तेज हुई दावेदारी
कांग्रेस में राज्यसभा के दावेदार सामने आने लगे हैं। तीन सीटों में से विधायकों की संख्या के हिसाब से एक सीट कांग्रेस को मिलेगी। इस सीट पर अभी विवेक तन्खा राज्यसभा सदस्य हैं। उनका कार्यकाल 29 जून को खत्म हो रहा है। कांग्रेस तन्खा को दोबारा राज्यसभा भेज सकती है। तन्खा ने कहा कि ये पार्टी का फैसला है कि वो उनको दोबारा भेजना चाहती है या नहीं। वहीं कांग्रेस के दूसरे दिग्गज भी अपनी दावेदारी जताने लगे हैं।
हाल ही में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव की सक्रियता को भी इस मामले से जोड़कर देखा जा रहा है। अरुण यादव ने होली पर भोपाल में अपने निवास पर भोज देकर अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की वहीं उनकी दिल्ली में पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी लंबी बातचीत हुई। यादव की सोनिया से मुताकात को उनकी राज्यसभा जाने की दावेदारी से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने राहुल ने भी मैहर की एक सभा में इशारों इशारों में ही अपनी दावेदारी जता दी। एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसमें अजय सिंह यह कहते नजर आ रहे हैं कि कोई पद मिले तो वह और अपनी सक्रियता बढ़ाएं। नहीं तो ऐसा ही चलता रहेगा। वहीं उनकी मुलाकात भी दिल्ली में सोनिया गांधी से हो चुकी है।
बीजेपी में दिल्ली से आ सकता है नाम
राज्यसभ की तीन सीटों में से दो सीटें बीजेपी की खाली हो रही हैं। एमजे अकबर और संपत्तिया उइके का कार्यकाल 29 जून को पूरा हो रहा है। बीजेपी की ओर से कैलाश विजयवर्गीय को दावेदार माना जा रहा है। वहीं इन सीटों पर दिल्ली से भी नाम आ सकता है। ऐसा माना जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से किसी नेता को राज्यसभा भेजा जा सकता है।