पन्ना/सतना. मध्यप्रदेश में करोड़ों की रेत की रॉयल्टी चोरी खुलासा है। रेत कारोबारियों ने इलेक्ट्रॉनिक ट्रांजिट पास (ETP) पोर्टल के माध्यम से इस घोटाले को अंजाम दिया। यह घोटाला प्रदेश के खनिज मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह के गृह जिले पन्ना में सामने आया है। लेकिन इसका खुलासा सतना में चेकिंग के दौरान हुआ। अभी मामले की जांच चल रही है। जांच के बाद इस घोटाले की और परतें खुलेंगी।
डमी पोर्टल बनाकर रॉयल्टी चोरी
पन्ना में खनन के बाद रेत को ट्रक पर लोड किया जा रहा था। जिसके बाद ईटीपी के फर्जी डमी पोर्टल से इसकी फर्जी रसीद निकालकर रेत का परिवहन हो रहा था। इस तरह रेत कारोबारियों ने करोड़ों की रेत चोरी की है। जानकारी के मुताबिक 2012 में इस पोर्टल को तैयार किया गया था। इसके बाद 25 नवंबर 2020 से पोर्टल का दोबारा उपयोग शुरू हुआ।
पन्ना की खनन कंपनी का नाम
यूरेका माइंस एंड मिनरल के नाम पर पन्ना जिले में रेत खदानों का ठेका चला रहे रसमीत मल्होत्रा का नाम इस घोटाले में सामने आया है। पन्ना के बहेरा में फर्जी भंडारण बता कर मल्होत्रा ने रेत इकठ्ठा की। इस स्टॉक से ही रेत की गाड़ियां लोड हो रही थी और फर्जी पोर्टल से तैयार जाली ETP के जरिए परिवहन कर रही थी।
सतना में चेकिंग में खुलासा
खनिज विभाग की टीम ने पन्ना में चेकिंग के दौरान ईटीपी फर्जीवाड़े का खुलासा किया है। टीम ने पन्ना से रेत लेकर सतना आए छतरपुर के ट्रक (MP 16 MH 1976) समेत दो वाहनों को नागौद में कुछ दिन पहले पकड़ा था। इन वाहनों के प्रकरण बनाए जाने लगे तो ट्रक मालिक ETP लेकर खड़ा हो गया। सतना के प्रभारी खनिज अधिकारी सतेंद्र सिंह ने जब ETP चेक कराई और उसका विवरण पोर्टल पर नहीं खुला तो उन्होंने इसे टेक्नीकल फॉल्ट मानकर QR कोड को स्कैन किया। QR कोड की स्कैनिंग के बाद एक पोर्टल खुल तो रहा था, लेकिन वह पोर्टल न तो खनिज विभाग का था और न ही स्टेट माइनिंग कॉर्पोरेशन का था।