भिंड: 12 क्वार्टर शराब से 4 मौत, 6 भर्ती; खुलासा- इसके 1000 क्वार्टर तैयार किए

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भिंड: 12 क्वार्टर शराब से 4 मौत, 6 भर्ती; खुलासा- इसके 1000 क्वार्टर तैयार किए

भिंड. जिले में जहरीली शराब से मौत का सिलसिला जारी है, इंदुर्खी गांव में बीते चार दिनों में चार लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 6 लोगों का ग्वालियर में इलाज चल रहा है, जिनमे एक की हालात गंभीर है। पुलिस जहरीली शराब से मौतें नकार रही है। लेकिन जहरीली शराब से मौत के मामले में मृतक पप्पू जाटव के भतीजे लाखन जाटव ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। 



किराए के मकान में शराब की फैक्ट्री: लाखन ने बताया कि गांव के पूर्व सरपंच छिट्टू का बेटा गोलू भिंड के स्वतंत्र नगर में एक किराए के मकान में अवैध शराब का निर्माण करता है। वह शराब बनाने के लिए गांव के कुछ युवकों को अपने साथ ले जाता था। खुद लाखन उसके साथ 13 जनवरी को तीसरी बार अवैध शराब निर्माण और पैकिंग के लिए गया था। उसके साथ ही मनीष और उसका भाई छोटू, शिवसिंह और छोट्टे नाम के युवक भी गए थे। पांचो ने मिलकर शराब बनाई और फिर इसकी पैंकिग की। इसके बदले में उन्हें 500-500 रुपए मिले। 



खतरा अभी खत्म नहीं हुआ: गोलू ने चारों को शराब के 2-2 क्वार्टर दिए, लेकिन मनीष को 4 क्वार्टर दिए थे। लाखन ने बताया कि रास्ते में पहले मनीष और शिवसिंह ने शराब पी। बाद में मनीष के भाई छोटू और छिट्टे ने भी शराब पी। चूंकि लाखन खुद शराब नहीं पीता था इसलिए उसने क्वार्टर लेकर अपने घर रखवा दिए। 15 जनवरी को सुबह उसे पता चला कि छोटू ओर मनीष की तबियत खराब होने से मौत हो गई है और शिवसिंह भी ग्वालियर भर्ती है। उसने जब अपने चाचा पप्पू से शराब बारे में पूछा था। तब पप्पू ने बताया कि एक क्वार्टर फैल गया था, दूसरा क्वार्टर उसने वहां से हटा दिया था। लेकिन दूसरे दिन पप्पू की भी मौत हो गई। लाखन ने खुलासा किया कि भिंड में उन लोगों ने उस दिन 1000 क्वार्टर शराब तैयार की थी। इसी शराब को पीने से चारों की मौत हो गई। उसने आशंका जाहिर करते हुए बताया कि शायद ओपी मिलने की वजह से शराब जहरीली हो गई थी। 



एक दर्जन से ज्यादा मौतें हो चुकी: पिछले साल जिले के रौन, लहार और भिंड इलाकों में एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत जहरीली शराब से हुई थी। मामले ने राजनीतिक तूल भी पकड़ा लेकिन जल्द सब ठंडे बस्ते में चल गया। इसके 8 महीने बाद फिर जहरीली शराब पीने से मौतें होना शुरू हुई। इंदुर्खी गांव में दो दिन पहले हुई दो सगे भाइयों मनीष और छोटू जाटव की मौत के बाद सोमवार को भी एक युवक पप्पू जाटव की मौत हुई थी। इसके बाद मंगलवार सुबह फिर एक अधेड़ संतोष की मौत हो गई। इन चारों लोगों की मौत में एक सामान्य बात थी कि चारों की ही तबियत अचानक बिगड़ी और कुछ घंटों में ही उनकी मौत हो गई। पुलिस मेडिकल जांच का हवाला देकर जहरीली शराब के पूरे मामले से पल्ला झाड़ रही है।  



सभी डर की वजह से नहीं बोल रहे: सूत्रों से यह बात सामने आ रही थी कि अलग-अलग तरह से सभी ने शराब का सेवन किया था। जिसके बाद उनकी तबियत बिगड़ी थी, लेकिन किसी दबाव से या डर से कोई भी ग्रामीण यह बात बोलने को तैयार नहीं था। पुलिस ने शुरुआती जांच के दौरान दोनों भाइयों की मौत के बाद बिसरा जांच करने की बात की थी। मंगलवार सुबह जब संतोष की मौत की खबर आई तो इन्वेस्टिगेट करने हमारी टीम ने इंदुर्खी का रुख किया, वहां पहुचने पर पाया कि कोई भी ग्रामीण शुरुआत में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं था। करीब घंटे भर बाद भिंड कलेक्टर सतीश कुमार और पुलिस अधीक्षक शैलेन्द्र सिंह चौहान भी इंदुर्खी पहुंचे और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने बातचीत में किसी तरह की कानूनी कार्रवाई न करने का आश्वासन दिया। 



तीनों पीड़ित परिवारों ने यह स्वीकार किया कि मृतकों ने मरने से पहले शराब पी थी। जिसके बारे में बाद में मीडिया से चर्चा के दौरान SP ने भी यह बात स्वीकार की। परिजन ने बताया कि, मनीष और छोटू दोनों ही गुरुवार को भिंड से आए थे। रात को घर आए, दोनों ने शराब पी रखी थी। इसके बाद उनकी तबियत बिगड़ी तो अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई। वहीं मृतक पप्पू जाटव के परिजन ने भी बताया कि उसने शुक्रवार को शराब पी थी। इसके बाद रात में उसकी भी मौत हो गई। 



रतिराम की आंखों की रोशनी चली गई: मंगलवार सुबह हुई संतोष की मौत के बाद परिजन ने बताया कि वह शराब का सेवन करता था। उसकी भी अचानक तबियत बिगड़ी, उसे दिखना बंद हुआ और उसकी मौत हो गई। इस पूरी जानकारी के आधार पर पुलिस ने गांव में सर्चिंग आपरेशन भी चलाया। पुलिस अब भी मनीष छोटू और पप्पू और संतोष के मामले अलग-अलग मान रही है। इसी बीच शराब के सेवन के बाद तबियत बिगड़ने से ग्वालियर में भर्ती 6 और लोगों में सबसे गंभीर रतिराम से फ़ोन पर बातचीत हुई। पुलिस के सामने हुई बात के दौरान रतिराम ने बताया कि उसे आंखों से दिखना पूरी तरह बंद हो गया है। उसने यह भी बताया कि उसने तबियत बिगडने से पहले क्वार्टर वाली शराब पी थी। संतोष दो क्वार्टर लेकर आया था, जिसमे से एक संतोष और दूसरा रतिराम ने पिया था, संतोष की मौत हो चुकी है और रतिराम की हालत भी गंभीर है। 



(भिंड से सुनील शर्मा की रिपोर्ट।)


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