भोपाल. जाने-माने पत्रकार डॉ. राकेश पाठक और आईएएस शैलबाला मार्टिन शादी के पवित्र बंधन में बंधने जा रहे हैं। इसकी जानकारी डॉ. पाठक ने अपनी फेसबुक वॉल पर एक पोस्ट शेयर करते हुए दी। आईएएस शैलबाला का कहना है कि 2 साल पहले टीवी डिबेट में देखकर उनसे इंप्रेस हुई थीं। इसके बाद TV डिबेट्स में दोनों की कई बार मुलाकात हुई। और दोनों के बीच बातचीत का सिलसिला चल पड़ा। फिर बातें हुईं, मुलाकातें हुईं, विचार मिले और धीरे-धीरे ये दोस्ती प्यार में बदल गई। दोनों ने प्यार का इजहार करने के बाद प्रेम के रिश्ते को पवित्र बंधन में बदलने का फैसला लिया। जिसके बाद एक पारिवारिक कार्यक्रम में उनकी दोनों बेटियों सौम्या और शची ने शैलबाला मार्टिन का पूरे परिवार के साथ परिचय करवाया। बेटियों सहित पूरे परिवार ने शैल का पाठक परिवार में स्वागत किया। जिसके बाद दोनों ने सार्वजनिक पोस्ट करते हुए शादी करने का ऐलान किया।
इंसानियत के सिपाही डॉ. राकेश पाठक
चंबल की माटी में पैदा हुए डॉ. राकेश पाठक 57 साल के हैं। देश के प्रतिष्ठित पत्रकार, संवेदनशील कवि, लेखक और गांधीवादी कार्यकर्ता हैं। तीन दशक से लंबे पत्रकारिता जगत में वे कईअखबारों में महत्वपूर्ण दायित्व निभा चुके है। अपनी बेबाक, निर्भीक लेखनी और ओजस्वी भाषणों के लिए पहचाने जाने वाले डॉ. राकेश इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया में भी अहम जिम्मेदारियां निभा चुके हैं। डॉ. पाठक ने भारत के माननीय राष्ट्रपति की आधिकारिक कंबोडिया, लाओस यात्रा को कवर किया था। उन्होंने कोसोवो (यूगोस्लाविया के विघटन से बना देश) में गृह युद्ध के समय संयुक्त राष्ट्रसंघ शांति मिशन की रिपोर्टिंग की। न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र संघ में आयोजित 'विश्व हिंदी सम्मेलन” में भी भागीदारी की थी। डॉ पाठक की तीन पुस्तकें 'बसंत के पहले दिन से पहले ' (काव्य संग्रह), काली चिड़ियों के देश में (यात्रा वृत्तांत) और ‘म.प्र. की स्वातंत्र्योत्तर हिन्दी पत्रकारिता का इतिहास' अब तक प्रकाशित हो चुकी हैं जल्द ही चौथी पुस्तक भी आने वाली है। अनेक पुरस्कार और सम्मान प्राप्त कर चुके डॉ. पाठक 'इंसानियत के सिपाही' के रूप में भी जाने जाते हैं। कोरोना की पहली लहर में उनके मोर्चे ने विस्थापित मजदूरों की जो सेवा की थी उसे देश भर में जाना गया था।
2009 बैच की आईएएस शैलबाला मार्टिन
इंदौर की रहने वाली शैलबाला मार्टिन 56 साल की हैं। मध्यप्रदेश कैडर की 2009 बैच की IAS हैं। निवाड़ी में कलेक्टर और बुरहानपुर में नगर निगम कमिश्नर रह चुकी हैं। मप्र सरकार में अनेक अहम पदों पर दायित्व निभा चुकी हैं। इन दिनों राज्य मंत्रालय, वल्लभ भवन भोपाल में एडिशनल सेक्रेटरी (सामान्य प्रशासन विभाग) के पद पर पदस्थ हैं। एक कर्मठ और संवेदनशील प्रशासक होने के साथ शैल यदा-कदा लिखती भी हैं। उनकी सीरीज 'अमी एक जाजाबोर' (मैं एक यायावर), उनकी फेसबुक वॉल पर काफी पॉपुलर है। इसमें वे अपने आसपास की दुनिया को एक अलग नजर से देखती और दर्ज करती हैं।
जल्द होगा शादी की तारीख का ऐलान
ईस्टर के दौरान 40 दिन तक कोई शुभ कार्य नहीं होते हैं। ईस्टर के बाद शादी की तारीख तय होगी। दोनों परिवारों की सहमति से वे जल्द ही एक दूसरे की जीवन की डोर थामेंगे। जिसे लेकर डॉ. राकेश पाठक से शादी के फैसले पर उनके दोनों भाइयों की भी सहमति है। डॉ. राकेश पाठक की बेटी सौम्या ने शैलबाला मार्टिन को फेसबुक पर बधाई देते हुए लिखा- हमारे परिवार में आपका स्वागत है। इस नए खूबसूरत सफर के लिए आपको और पापा को ढेर सारा प्यार और शुभकामनाएं। डॉ. राकेश पाठक की ये दूसरी शादी होगी, जबकि शैलबाला अविवाहित हैं। राकेश पाठक की पत्नी प्रतिमा 2015 में कैंसर से लड़ते हुए जिंदगी की जंग हार गई थीं।