senior journalist
वरिष्ठ पत्रकार गिरिजा शंकर बोले, "द सूत्र ने पत्रकारिता में अपनी अलग पहचान और विश्वसनियता बनाई है"
जयप्रकाश चौकसे नहीं रहे, कैंसर से जूझ रहे थे, 26 साल तक परदे के पीछे कॉलम लिखा