Jabalpur. जबलपुर के ट्रिपलआईटीडीएम में विश्व सिकल सेल पर आयोजित कार्यशाला में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने शिरकत की। बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए राज्यपाल ने सिकल सेल की तुलना कोविड से करते हुए कहा कि यह बीमारी केवल जनजातियों में नहीं बल्कि पूरे समाज में फैली है। उन्होंने बीमारी को लेकर सरकार द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम की सराहना की और 6 माह में समस्त सिकलसेल मरीजों को चिन्हित कर लेने की सलाह दी।
लॉन्ग टर्म प्रयासों से खत्म होती है समस्या- मनसुख मंडाविया
इस दौरान केंद्रीय सवास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने अपनी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि लॉन्ग टर्म प्रयासों से ही ऐसी समस्या से निजात मिल पाती है और मोदी सरकार इसकी कार्ययोजना बना रही है। उन्होंने प्रत्येक जिले में मेडिकल कॉलेज खोले जाने की बात भी दोहराई।
सिकलसेल को खत्म करके ही रहेंगे- शिवराज
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सिकलसेल के निवारण के लिए राज्य और जिला स्तर पर टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। जो राज्यपाल के मार्गदर्शन में काम करेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे पूर्वज एक गोत्र में शादी नहीं करते थे, जिससे वंशानुगत बीमारियां न बढ़ें। सीएम ने कहा कि कोविड की तरह ही सिकलसेल की पहचान के लिए डोर टू डोर अभियान चलाया जाएगा।
प्लेन में आई खराबी तो प्लेन बदलकर पहुंचे मंडाविया
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अपने तय कार्यक्रम से डेढ़ घंटे विलंब से पहुंचे। दरअसल दिल्ली से उड़ान भरने के बाद उनके प्लेन में तकनीकी खराबी आ गई थी। जिसके बाद वापस दिल्ली जाकर दूसरे प्लेन के जरिए वे जबलपुर आए। कार्यक्रम में मंडाविया ने देरी से पहुंचने के लिए क्षमा भी मांगी।