संजय गुप्ता, INDORE. विधानसभा चुनाव 2023 के पहले पांच किमी के ट्रैक पर मेट्रो दौड़ते हुए दिखाने में मप्र सरकार जुटी हुई है। इसी बीच इसके शहर के बीच से गुजरने के प्रस्तावित रूट को लेकर पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन (ताई) ने नगरीय विकास व आवास विभाग के आयुक्त निकुंज श्रीवास्तव को पत्र लिखकर बैठक करने के लिए कहा है। पत्र लिखने के बाद श्रीवास्तव के साथ 14 अक्टूबर की बैठक तय हुई है। ताई ने पत्र की कॉपी कलेक्टर और निगमायुक्त को भी भेजी है।
रूट के पक्ष में नहीं है ताई
शहरी क्षेत्र में मेट्रो को गांधी प्रतिमा, कोठारी मार्केट, गांधी हॉल, राजबाडा के पास से जाने का रूट है। यह शहर का मध्य क्षेत्र और सबसे सघन बसा, पांरपरिक एरिया है। यहां अभी स्मार्ट सिटी के तहत भी काम हो रहा है, जिसमें सैंकडों मकानों को तोड़कर मार्ग चौड़ा किया जा रहा है। अब मेट्रो को अगर यहां से गुजारा जाता है तो फिर सैकंड़ों लोग प्रभावित होंगे, क्योंकि इसके संचालन को लेकर काफी जगह लगती है।
अधिकांश हेरिटेज एरिया यहीं पर
शहर की कई हेरिटेज विरासत जैसे गांधी हॉल, गोपाल मंदिर, कृष्णपुरा छत्रियां, बोलियां छत्रियां, गांधी हॉल इसी जगह हैं। क्योंकि मेट्रो प्रोजेक्ट की नींव बड़ी जगह के साथ काफी गहरई में डाली जाती है तो ऐसे में न सिर्फ इन हेरिटेज की नींव को खतरा होगा बल्कि मेट्रो के वाइब्रेशन से लगातार कम्पन होता रहेगा। इससे हेरिटेज विरासत को भी खतरा होगा।
सांसद की शास्त्री ब्रिज तोड़कर नया बनाने की योजना का भी विरोध
उधर रेलवे स्टेशन का विस्तार करने के लिए शहर के पूर्वी व पश्चिमी एरिया को जोड़ने वाले शास्त्री ब्रिज को भी तोड़ने की योजना सांसद शंकर लालवानी ने प्रस्तावित की है। इसे पुराने जानकार अव्यावहारिक बता रहे हैं। इसे लेकर भी ताई चिंतित है। ताई ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि उन्होंने मेट्रो को लेकर आर्किटेक्ट हिमांशु दूधवडकर से विस्तार से चर्चा कर गहराई से समझा है। इसे समझने के बाद बैठक में अपने सुझावों पर बात करना चाहती हूं।
परंपराओं को लेकर सचेत है महाजन
महाजन पंरपराओं को बनाए रखने के लिए हमेशा सचेत रही है। हाल ही में उन्होंने संयोगितागंज स्कूल का नाम बीजेपी प्रवक्ता स्वर्गीय उमेश शर्मा के नाम पर भी रखने को लेकर नाराजगी जाहिर की थी और कहा था कि परंपराओं को जीवित रखना चाहिए और इसमें इस तरह से बदलाव ठीक नहीं है।