Damoh. दमोह की पथरिया विधानसभा क्षेत्र की बसपा विधायक रामबाई सिंह परिहार का 3 दिन पहले तहसीलदारो और अधिकारियों को धमकी देते हुए वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें उन्होंने कहा कि यदि वे किसानों के घर कुर्की करने गए तो साबुत लौटकर वापस नहीं आएंगे । जिस पर दमोह में बवाल मच गया । तहसीलदारों और अधिकारियों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर विधायक को मांगने के लिए कहा था। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि विधायक माफी नहीं मांगती तो पूरे प्रदेश में कलम बंद हड़ताल शुरू कर देंगें। इस मामले में विधायक के तेवर अभी भी बरकरार हैं। उनका कहना है कि वह माफी तो नहीं मांगेंगी।
खुलकर सामने नहीं आ रहे अधिकारी
तहसीलदारों द्वारा दिए गए ज्ञापन में हड़ताल करने की समय सीमा निर्धारित नहीं की गई थी। इस संबंध में दमोह तहसीलदार विकास अग्रवाल ने बताया कि संगठन के बैनर तले ज्ञापन दिया गया है । जो बयान विधायक के द्वारा दिया गया था उसे लेकर सभी ने ज्ञापन दिया है । सभी कर्मचारी और अधिकारी शासन के नियमों के तहत काम करते हैं इस तरह के बयान उन्हें हतोत्साहित करते हैं । जब उनसे पूछा कि यदि विधायक माफी नहीं मांगती है , तो उन्होंने कहा कि अभी ज्ञापन दिया है । ऐसी कोई समय सीमा तय नहीं की गई है ।
विधायक अपने बयान पर कायम
इस मामले में विधायक के तेवर अब भी वही हैं। अधिकारियों ने कलेक्टर को ज्ञापन तो दे दिया है , लेकिन खुलकर कोई सामने बोलने को तैयार नहीं है । विधायक ने साफ कर दिया है कि वह माफी मांगने वाली नहीं है । उन्होंने कहा कि माफी मांगने की तो कोई बात ही नहीं है । उन्होंने जो कहा वो किसानों के मन की बात थी । किसानों के हित में उन्हें कोई भी परेशानी झेलनी पड़े वो इसके लिए तैयार है।
बारिश से किसानों की फसल हुई है बर्बाद
बीते दिनों जिले में हुई बारिश के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं । इसी दौरान कर्ज वसूली भी चल रही है । किसानों ने पथरिया विधायक को अपनी समस्या बताई थी , जिसके बाद वह कलेक्ट्रेट पहुंची थी और उन्होंने एडीएम को ज्ञापन देकर कहा था कि किसानों के साथ सख्ती न बरती जाए। कलेक्ट्रेट से बाहर आकर उन्होंने अपने एक बयान जारी किया , जिसमें उन्होंने कहा कि यदि कोई तहसीलदार या अधिकारी किसानों के घर कुर्की करने जाएगा , तो साबुत लौटकर नहीं आएगा इसके बाद ही यह हंगामा शुरू हुआ था।