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Damoh. शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए सरकार के द्वारा करोड़ों रुपये की राशि शासकीय स्कूलों पर खर्च की जाती है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी हालात काफी खराब हैं। छात्रों को मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही और दमोह जिले के बटियागढ़ ब्लाक के एक मिडिल स्कूल में हालात यह हैं कि यहां के बच्चे जिस टंकी का पानी पी रहे है उसमें कीड़े हो गए हैं। किसी ने ध्यान नहीं दिया तो बच्चों ने अपने परिजनों को यह बात बताई और ग्रामीणों ने पानी की टंकी का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
यह है पूरा मामला
बटियागढ़ तहसील के संकुल केंद्र खड़ेरी के अंतर्गत गूगराकला गांव के शासकीय प्राथमिक और मिडिल स्कूल का यह मामला है। स्कूल के बच्चों द्वारा अपने अभिभावकों को जब कीड़े वाले पानी के बारे में बताया तो गांव के लोगों ने स्वयं स्कूल का निरीक्षण किया। जब उन्होंने पानी की टंकी में कीड़े देखे तो उनके होश उड़ गए उसमें कीड़े बिलबिला रहे थे और गनीमत यह रही कि बच्चे इस पानी को पीने से अभी तक बीमार नहीं हो पाए।
ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की जांच की नहीं है व्यवस्था
स्वच्छ पानी से ही बीमारियों को दूर रखा जा सकता है, लेकिन पानी की शुद्धता की जांच के लिए कोई इंतजाम नहीं है। ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में टंकी के नल से ही बच्चे पानी पीते हैं और दूषित पानी पीने से कई प्रकार की बीमारियों के शिकार होते हैं। बच्चे ज्यादातर टाइफाइड,पीलिया, डायरिया सहित कई प्रकार की बीमारियों से ग्रसित होते हैं।
यह बोले जिम्मेदार
स्कूल प्रभारी शीलचंद जैन का कहना है कि छत पर टंकी रखी हुई है, लेकिन मैंने कभी चढ़कर नहीं देखा कि उसमें कीड़े हैं या पानी साफ है। नीचे नलों में साफ पानी आ रहा है। बच्चे हैंडपंप का पानी पीते हैं टंकी का पानी मध्यान्ह भोजन की थाली धोने के लिए है। खड़ेरी संकुल प्राचार्य केएल अहिरवार का कहना है कि हमने वीडियो देखा है पानी की टंकी की जांच करने के लिए सोमवार को जाएंगे।