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Jabalpur. जबलपुर की आयुध निर्माणियों में बन रहे रक्षा उत्पादों को देश और दुनिया की रक्षा उत्पादन कंपनियां और रक्षा विशेषज्ञ परखेंगे। गुजरात के गांधीनगर में 18 अक्टूबर से होने जा रहे डिफेंस एक्सपो में इन मारक उत्पादों का आकलन किया जाएगा। डिफेंस एक्सपो में जीसीएफ में बनी आधुनिक तोप टैंक गन और व्हीकल फैक्ट्री के सैन्य वाहनों को शामिल किया गया है। डिफेंस एक्सपो का आयोजन हर दो साल में होता है। इससे पहले यह मार्च में होना था लेकिन रूस-यूक्रेन युद्ध की वजह से इसे टाल दिया गया था। हर बार आयुध निर्माणी बोर्ड इसमें भागीदारी करता था, लेकिन निगमीकरण के कारण अभी सभी सात रक्षा कंपनियों के अंतर्गत आने वाली निर्माणियां इसमें शामिल हो रही हैं। डिफेंस एक्सपो के लिए जबलपुर से विभिन्न उत्पादों को गुजरात के लिए रवाना कर दिया गया है।
जबलपुर की 4 निर्माणियों में बन रहे विभिन्न उत्पाद
जबलपुर की चारों आयुध निर्माणियां अलग-अलग रक्षा कंपनी के अंतर्गत काम कर रही हैं। एक अक्टूबर को निगम बने एक साल बीत चुका है। म्युनिशंस इंडिया के अंतर्गत ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया में देश की तीनों सेनाओं के लिए हथियार बनाए जा रहे हैं। इसमें कई तरह के बम भी शामिल हैं। एडवांस व्हीकल निगम लिमिटेड की इकाई व्हीकल फैक्ट्री में सैन्य वाहनों का उत्पादन हो रहा है। यहीं पर कुछ समय पहले सारंग तोप विकसित हुई थी। उधर यंत्र इंडिया लिमिटेड के अतंर्गत ग्रे आयरन फाउंड्री भी एयर बम की बॉडी, हैंड ग्रेनेड की बॉडी की ढलाई करती है और एडवांस वेपंस एंड इक्विप्मेंट इंडिया लिमिटेड के अंतर्गत गन कैरिज फैक्ट्री में आधुनिक तोप बनाने का काम हो रहा है।
इन हथियारों का होना है प्रदर्शन
डिफेंस एक्सपो में जबलपुर की निर्माणियों के जिन उत्पादों का प्रदर्शन होना है, उनमें 155 एमएम की 52 कैलीबर गन, 155 एमएम 45 कैलीबर धनुष और टी-90 टैंक का गन ऑर्टिकल शामिल है। इन उत्पादों को देश और दुनिया के रक्षा विशेषज्ञ परखेंगे और विभिन्न देशों से इसके ऑर्डर मिलने की भी संभावना जताई जा रही है। इन उत्पादों के साथ-साथ व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर में विकसित मॉडिफाइड माइन प्रोटेक्टिड व्हीकल को भी डिफेंस एक्सपो में प्रदर्शन के लिए रखा जाएगा।