भोपाल, इंदौर समेत इन जिलों में झमाझम के आसार; 12 सितंबर से MP में बारिश का दौर होगा शुरू, जो 14 सितंबर तक चलेगा

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The Sootr CG
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भोपाल, इंदौर समेत इन जिलों में झमाझम के आसार; 12 सितंबर से MP में बारिश का दौर होगा शुरू, जो 14 सितंबर तक चलेगा

BHOPAL. MP में एक बार फिर बारिश का दौर शुरू होने वाला है। 10 सितंबर को दोपहर में भोपाल के कई क्षेत्रों में बारिश हुई। मौसम के जानकारों का मानना है कि पिछले कुछ दिनों से जारी उमस के मौसम के बाद अब एक बार फिर प्रदेश में बारिश का दौर शुरू हो चुका है, जो 14 सितंबर तक चलेगा। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र अब गहरे कम दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो गया है। उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिणी ओडिशा तट पर मौजूद इस मौसम प्रणाली के 11 सितंबर को अवदाब के क्षेत्र में तब्दील होने की संभावना है। 





प्रदेश का हाल





भोपाल से पहले 7 सितंबर को भी प्रदेश के इंदौर, जबलपुर, मंडला समेत कई जिलों में बारिश हुई। वहीं 10 सितंबर को भोपाल में भी दोपहर से ही बारिश का मौसम साफ देखने को मिल रहा था, वहीं करीब 1 बजे के आसपास राजधानी में कुछ जगहों पर काफी तेज तो कुछ जगहों पर हल्की बारिश हुई। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो दो नए सिस्टम बन रहे हैं। मौसम के जानकारों के मुताबिक भोपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम और इंदौर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं झमाझम वर्षा होने के आसार हैं। उधर 10 सितंबर को पितृ पक्ष के पहले दिन कई जिलों में वर्षा हुई। सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक खरगोन में 38, उज्जैन में 11, धार में 9, छिंदवाड़ा में 9, बैतूल में 8, रतलाम में 8, सागर में 7, रायसेन में 6, ग्वालियर में 4.4, खजुराहो में 4, दमोह में 3, मलाजखंड में 3, उमरिया में 2, भोपाल शहर में 1.8, जबलपुर में 0.8 मिलीमीटर वर्षा हुई।





आज पूरे मध्य प्रदेश में वर्षा की गतिविधियाें में तेजी आएगी। विशेषकर भाेपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम, इंदौर संभागाें के जिलाें में कहीं-कहीं झमाझम वर्षा भी हाे सकती है। वर्षा का सिलसिला अलग-अलग क्षेत्राें में दाे-तीन दिन तक बना रह सकता है।





देश में मौसम ऐसा रहेगा





उत्तर भारत में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल रहा है। उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। मॉनसून ट्रफ अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण की ओर चल रही है और अगले 4-5 दिनों तक दक्षिण में बनी रहेगी। ट्रफ रेखा जैसलमेर, उदयपुर, इंदौर, अकोला, जगदलपुर से होते हुए पूर्व दक्षिण-पूर्व की ओर पश्चिम मध्य और उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट से सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव के क्षेत्र के केंद्र से गुजर रही है। कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तट से सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर है, जिसमें संबंधित चक्रवाती परिसंचरण मध्य क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है। अगले 24 घंटों के दौरान यह और अधिक चिह्नित हो जाएगा।



 



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