भोपाल. विधानसभा सत्र के आखिरी दिन आदिवासियों के बजट को लेकर जमकर हंगामा (Tribal MLAs Ruckus) हुआ। आदिवासी विधायकों ने विरोध में सेशन का बॉयकॉट किया। इसके अलावा विधायकों ने असेंबली के बाहर शिवराज सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विधायक ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि 19 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के बजट (Tribal budget controversy) में आदिवासियों के लिए सिर्फ 400 रुपए का बजट। वहीं, जयस के फाउंडर मेंबर हीरालाल अलावा (Hiralal alawa) ने दस्तावेजों के आधार पर आरोप लगाया कि शिवराज सरकार (Shivraj govt tribal budget) आदिवासियों के बजट में लगातार कटौती करती जा रही है। इधर, नरोत्तम मिश्रा (Narrottam mishra on tribal budget) ने विधायकों के हंगामे पर पलटवार करते हुए कहा कि मैंने अपने 31 साल के राजनीतिक करियर में इतना नकारा विपक्ष नहीं देखा है।
अलावा ने बताया कि क्यों किया हंगामा
हीरालाल अलावा ने बताया कि आज विधानसभा में प्रदेश के आदिवासी समुदाय के सभी विधायकों ने बॉयकॉट किया है। केंद्र सरकार और शिवराज सरकार धीरे-धीरे आदिवासियों के बजट में कटौती करती जा रही है। जो बजट 2016-17, 2018-19 में 4 हजार करोड़ रुपए था। आज के समय में वो बजट सिर्फ 1 हजार 700 करोड़ रुपए का रह गया है। उन्होंने बताया कि आदिवासी उपयोजना का पैसा जनजातीय गौरव दिवस (Janjatiya Gaurav Divas) पर खर्च कर दिया है। मैंने ये सवाल विधानसभा में पूछा तो जनजातीय विभाग (Tribal Department) ने कहा कि जानकारी इकठ्ठा की जा रही है। जबकि आदेश में साफ है कि स्कीम का 12 करोड़ रुपए इसमें खर्च किया गया है।
आदिवासी विरोधी सरकार- बाला बच्चन
पूर्व मंत्री बाला बच्चन (Bala Bachchan) ने बताया कि आदिवासियों को पद्दोन्नति में आरक्षण दिया जाना चाहिए। लेकिन शिवराज सरकार चाहती ही नहीं कि आदिवासी अधिकारी-कर्मचारियों को पद्दोन्नति में आरक्षण मिले। उन्होंने बताया कि पांच हजार आदिवासी ब्लॉक के स्कूलों (Tribal Blocks school) को शिक्षा विभाग में मर्ज करने जा रहे हैं। आदिवासी स्टूडेंट्स को 230 करोड़ की स्कॉलरशिप भी मिलनी थी। लेकिन वो अभी तक नहीं दी गई है।
नरोत्तम बोले- ये पीछे की रोटी खाते हैं
नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस विधायकों के हंगामे को लेकर कहा कि विधानसभा में इतने महत्वपूर्ण विधेयक, बजट और संकल्पों पर चर्चा होनी थी। लेकिन इन्होंने किसी पर बात नहीं की। मैंने अपने 31 साल के राजनीतिक जीवन में इतना नकारा विपक्ष नहीं देखा है। ये पीछे की रोटी खाते हैं। इन्हें इतना तक नहीं मालूम की बजट में अगर जीरो भी आता है तो वो बजट का प्रावधान होता है। 400 रुपए का बजटीय प्रावधान रखा गया है। उसके बाद राशि अलॉट होती है। इसका इन्हें ज्ञान नहीं है।
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