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Jabalpur. इन दिनों पूरे विश्व में सेमी कंडक्टर चिप की किल्लत से जुड़ी खबरें तो आपने पढ़ी ही होंगी। इस शॉर्टेज को अवसर में तब्दील करने जबलपुर के ट्रिपल आईटीडीएम और फिलीपींस यूनिवर्सिटी के बीच हुआ करार आशा की किरण लेकर आया है। करार के तहत ट्रिपल आईटीडीएम के प्रोफेसर सेमी कंडक्टर चिप निर्माण की ट्रेनिंग लेने फिलीपींस जाऐंगे और फिर छात्रों को इसके निर्माण की ट्रेनिंग दी जाएगी।
इंडिया और फिलीपींस दोनों के देशों के संस्थान सेमी कंडक्टर चिप की किल्लत से परेशान हैं। ऐसे में सेमी कंडक्टर चिप के निर्माण में भी दोनों देश साथ हा रहे हैं, जिससे काफी उम्मीद बढ़ चुकी है। सेमी कंडक्टर चिप एक ऐसी डिवाइस है जिसकी जरूरत कार से लेकर लैपटॉप, टीवी और वॉशिंग मशीन तक के निर्माण के लिए आवश्यक है। जिसके चलते दुनिया भर में इसकी काफी मांग है। भारत का ऑटोमोबाइल सेक्टर इस चिप की कमी से काफी प्रभावित भी हुआ है। ऐसे में ट्रिपल आईटीडीएम और फिलीपींस यूनिवर्सिटी इस पर मिलकर काम करने जा रहे हैं। अगले महीने दोनों संस्थानों के साथ एक दल फैकल्टी और स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम शुरू कर रहा है। जिसके तहत पहले प्रोफेसर्स का ग्रुप फिलीपींस भेजा जाएगा और फिर छात्रों को ट्रेनिंग के लिए वहां जाने का मौका मिलेगा।
बनेंगे प्रो इंजीनियर्स
दरअसल सेमी कंडक्टर चिप की कमी के चलते केंद्र सरकार ने साल भर पहले इसके निर्माण को बढ़ाने के लिए योजना चलाई थी। जिसके तहत कई कंपनियां इस दिशा में काम कर रही हैं। अब सेमी कंडक्टर निर्माण हब फिलीपींस के साथ से ट्रिपल आईटीडीएम संस्थान के शोध कार्य में तेजी आने की भी संभावना है। यही नहीं इस करार के चलते यहां से और भी ज्यादा प्रो इंजीनियर्स निकलेंगे जो देश के लिए बड़ा योगदान दे सकते हैं।
रिसर्च को भी मिलेगा बढ़ावा
ट्रिपल आईटीडीएम के प्रो. प्रवीण कॉडेकर ने यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी फिलीपींस के साथ अकादमिक प्रोग्राम के तहत किए गए इस करार को बड़ी उपलब्धि करार दिया है। उन्होंने कहा कि सेमी कंडक्टर चिप डिजाइन में संस्थान को काफी मदद मिलेगी। विद्यार्थी वहां की फैकल्टी से तकनीकी जानकारी लेकर स्वदेश में चिप डिजाइन को लेकर काम कर सकते हैं। सिर्फ यही नहीं रिसर्च के आदान प्रदान से भी काफी बढ़ावा मिलेगा।