BHOPAL. मध्यप्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश से लोग परेशान हैं। कई जिलों में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। विदिशा में हो रही भारी बारिश से बाढ़ के हालात बन गए हैं। कई इलाकों में पानी भर गया है। सीएम शिवराज ने विदिशा, गुना और राजगढ़ के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हेलीकॉप्टर से इलाकों का निरीक्षण किया। सर्वे के दौरान उन्होंने नटेरन, गंजबासौदा, विदिशा और कुरवाई क्षेत्रों में बाढ़ का जायजा लिया। गंजबासौदा के गांधी स्मृति कॉलेज के कैंपस में सीएम का हेलीकॉप्टर उतरा। सीएम ने बाढ़ प्रभावितों से चर्चा की।
प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई दौरा कर आमजन की स्थिति का जायजा लिया। नागरिक चिंता न करें, चुनौती की इस घड़ी में हम सब साथ हैं। राहत एवं बचाव कार्य में मैं और 'टीम एमपी' कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। pic.twitter.com/PqoW9VZXKt
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 23, 2022
अभी मैंने विदिशा, गुना और राजगढ़ जिलों के बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों का दौरा किया। लगभग 25 गांव, जिसमें विदिशा जिले के ज्यादा हैं, पानी से घिरे हैं। अभी बेतवा नदी का जलस्तर स्थिर है। जहां लोग फंसे हैं, उन्हें लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है। बोट के माध्यम से लोगों को निकाला जा रहा है। pic.twitter.com/aIjof4mD2C
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 23, 2022
विदिशा में हेलीकॉप्टर से लोगों का रेस्क्यू
विदिशा में कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। जिला प्रशासन ने लोगों को रेस्क्यू करने के लिए वायुसेना से दो हेलीकॉप्टर की मांग की थी। आज दो हेलीकॉप्टर की मदद से मोदनखेड़ी, मोरीयाखेड़ा, नरखेड़ा जागीर में फंसे लोगों को बाहर निकाला गया। देर शाम तक 31 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया। बाढ़ पीड़ितों को राहत शिविर में ठहराया गया जहां कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने उनका हालचाल जाना।
रतलाम में जावरा के हाथीखाना में बाढ़ की स्थिति
रतलाम में भारी बारिश से हाथीखाना इलाके में बाढ़ की स्थिति बन गई है। कई घरों और दुकानों में पानी घुस गया है। कलेक्टर कुमार सूर्यवंशी ने बताया कि प्रशासन हाई अलर्ट पर है। मूसलाधार बारिश से रतलाम रेलवे स्टेशन पर पटरियां पानी में डूब गई हैं। पटरियों पर पानी के स्तर की जांच की जा रही है। जावरा में एक परिवार के तीन सदस्य पानी के बीच फंस गए, उन्होंने एक मंदिर की छत पर शरण ली। उन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सरोज सरोवर डैम पूरी तरह से भर गया है और इसके गेट खोलने की तैयारी की जा रही है।
मंदसौर में खतरे के निशान पर गांधीसागर डैम
मंदसौर में जारी भारी बारिश से गांधीसागर डैम खतरे के निशान पर पहुंच गया है। बांध के सारे गेट खोल दिए गए हैं लेकिन फिर भी पानी कम नहीं हो रहा है। मंदसौर में 2019 जैसे हालात बन गए हैं। भोपाल तक मंत्रियों की चिंता बढ़ गई है। सीएम शिवराज जिले के कलेक्टर से संपर्क में हैं और लगातार जानकारी ले रहे हैं। डैम और चंबल नदी के पास वाले इलाके में धारा-144 लागू कर दी गई है।
सागर में उफान पर नदी-नाले
सागर में 2 दिनों से हो रही भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। लोगों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। राहतगढ़-विदिशा रोड पर मचला नाले के पुल पर पानी होने से पुल पार करते समय दो यात्री बस पुल पर फंस गई। इन दोनों बसों में 75 यात्री सवार थे। मामले की सूचना तत्काल SDRF की टीम को दी गई, मौके पर पहुंची SDRF की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन करके सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाला।
नीमच में पानी ही पानी
नीमच में बारिश की वजह से ठीकरिया और मोरवन डैम ओवरफ्लो हो चुका है। नदियां उफान पर हैं। जावद से कनेरा को जोड़ने वाला रास्ता मेंडकी घाट ढह गया है। इस घाट पर बड़े वाहनों का आवागमन बाधित रहेगा। सिर्फ दोपहिया वाहन ही निकल सकेंदे। कनेरा घाट को जोड़ने के लिए एक यही ऐसा रास्ता है जो सही है। अट्ठाना होते हुए कनेरा के लिए घाट क्षेत्र का रास्ता भारी बारिश में खराब हो चुका है।
शिवपुरी में तालाब फूटा, सिंध नदी का जलस्तर बढ़ा
शिवपुरी में दो दिनों से जारी बारिश से सिंध नदी जलस्तर बढ़ गया है। रेंझाघाट में पानी भर गया है। प्रशासन ने पानी भरने की आशंका के चलते गांव को पहले ही खाली करा लिया था इसलिए कोई जनहानि नहीं हुई। दूसरी तरफ बड़ोखरा गांव के नया तालाब टूट गया और सारा पानी बह गया। ग्रामीणों का कहना है कि ठेकेदार की गड़बड़ी से तालाब फूटा है। प्रशासन ने तालाब बनाते वक्त सही से देखरेख नहीं की।