Jabalpur. जबलपुर के खमरिया थाना इलाके में स्थित देश की अग्रणी आयुध निर्माणियों में से एक ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया से 57 किलो वजन की टंगस्टन रॉड चोरी हो जाने के मामले में पुलिस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। मामले में पकड़े गए फैक्ट्री कर्मचारी से जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो फैक्ट्री से साजोसामान की चोरी में लगे बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है। बता दें कि इस नेटवर्क में कुछ फैक्ट्री कर्मी और कई कबाड़ी भी शामिल हैं। जो चोरी के माल को आसानी से ठिकाने लगाते चले आ रहे थे।
फैक्ट्री प्रबंधन ने कराई थी एफआईआर
पुलिस के मुताबिक 17 सितंबर को फैक्ट्री के अंदर कर्मचारी संतोष सिंह गोंड़ के पास से टंगस्टन और स्टील की रॉड मिली थी। इसके बाद फैक्ट्री प्रबंधन के अधिकारियों ने कर्मचारी से पूछताछ करने के बाद रविवार को एफआईआर दर्ज कराई थी। बता दें कि पकड़ी गई 57 किलो वजनी टंगस्टन रॉड की कीमत 85 लाख के करीब है। बाजार में टंगस्टन की कीमत डेढ़ लाख रुपए किलो है। इतनी बड़ी चोरी के माल को ठिकाने लगाने के लिए फैक्ट्री कर्मी की मदद करने वाले उसके साथियों और एक कबाड़ी का नाम सामने आया है। जिसकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
बम बनाने में उपयोगी है टंगस्टन
वैसे तो आम तौर पर लोग बिजली के बल्ब में टंगस्टन का उपयोग होने की बात ही जानते हैं। लेकिन ओएफके में बनने वाले मैंगो बमों में भी टंगस्टन अहम रोल अदा करता है। चोरी की इस घटना के बाद फैक्ट्री प्रशासन ने हरकत में आकर विभागीय स्तर पर भी जांच शुरू कर दी है।
लंबे समय से चल रहा चोरी का खेल
यह पहला मामला नहीं है जब ओएफके में चोरी का मामला सामने आया हो। इससे पहले भी बमों के खोल ही नहीं पूरे के पूरे जिंदा बम कबाड़ियों के पास से बरामद हो चुके हैं। हर बार फैक्ट्री प्रबंधन थोड़ी बहुत कड़ाई करता है लेकिन समय के साथ स्थिति ढाक के तीन पात वाली हो जाती है।
देश की सुरक्षा से जुड़ा मामला
चोरी के इस मामले में ओएफके के पीआरओ दिनेश कुमार ने बताया कि मामला देश की रक्षा से जुड़ा हुआ है। इस घटना को फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा काफी गंभीरता से लेते हुए अपने स्तर पर भी जांच शुरू कर दी है। मामले में पकड़ा गया आरोपी कर्मचारी संतोष जिस सेक्शन में कार्यरत था, उस शाखा के सभी कर्मचारियों और सुरक्षा विभाग के अधिकारियों से पूछताछ जारी है।