राजर्षि मिश्रा, UMARIA. मध्य प्रदेश (MP) के उमरिया (Umaria) जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (Bandhavgarh Tiger Reserve) में संदिग्ध परिस्थिति में एक बाघ का शव (Tiger Carcass) मिला है। घटना टाइगर रिजर्व के खैतौली कोर परिक्षेत्र के अंतर्गत महामन बीट के कक्ष क्रमांक पीएफ-239 (PF-239) की है। बाघ की उम्र 10 वर्ष से ज्यादा है। जानकारी के बाद टाइगर रिजर्व के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गए हैं। पार्क के गश्ती दल ने बाघ का शव क्षत-विक्षत अवस्था में देखा और प्रबंधन के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी। क्षेत्र संचालक वाईपी सिंह (YP Singh) ने बताया कि शव 4 से दिन 5 दिन पुराना है।
बाघों का मूवमेंट बाधित हो रहा है
बाघों के लिए काम कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता अजय दुबे का कहना है कि एमपी में बाघों के संरक्षण में कई दिक्कतें हैं। उन्होंने कहा कि वन विभाग में खाने की कमी और अनियोजित विकास की वजह से फॉरेस्ट कवर कम हो रहा है। इसकी वजह से बाघों का मूवमेंट बाधित हो रहा है। इससे उनकी असामयिक मौतें हो रही हैं। जंगलों के पास के खेतों में जानवरों से बचाव के लिए जाल बिछाए जाते हैं, जिसमें फंसकर भी बाघ दम तोड़ रहे हैं। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक बाघ की मौत होने से हड़कंप मच गया। जनवरी से 2021 के बाद से यह 18वें बाघ की मौत बताई जा रही है।
मध्य प्रदेश में पांच बाघ बढ़े
नौरादेही अभयारण्य में दो साल पहले बाघों की संख्या पांच थी। बाघ राधा-किशन और उनके तीन शावक थे। बीते साल बाघों की संख्या बढ़ने के बाद वन विभाग ने नौरादेही अभयारण्य को नेशनल पार्क का दर्जा दिलाने का प्रस्ताव बनायाथा। इसकी प्रक्रिया शुरू की गई। प्रदेश में 500 से अधिक बाघ रहते हैं। देश में सबसे अधिक बाघ होने की वजह से मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट भी कहा जाता है।