लखनऊ. STF की जांच में खुलासा हुआ है कि UPTET का पहला पेपर 5 लाख रुपए में बिका था। इसे आगरा के एक सरकारी शिक्षक से लेकर आरोपी गौरव ने बेचा था। यूपी एसटीएफ (UP STF) ने इस मामले में अब तक 29 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पेपर लीक (Paper Leak) का ये नेटवर्क लखनऊ, मेरठ, बनारस गोरखपुर तक फैला हुआ है। शिक्षक पात्रता परीक्षा (UPTET) का एग्जाम 29 नवंबर को होने वाला था। लेकिन पेपर लीक के कारण योगी सरकार (Yogi Govt) ने इसे रद्द कर दिया गया था।
पेपर के बदले 50 हजार रुपए लिए
पुलिस के हत्थे चढ़े कुछ आरोपी बिहार के निवासी हैं। तीन आरोपियों ने प्रश्न पत्र की 10 प्रतियां 5 लाख रुपए में खरीदी थीं। जबकि 50-60 उम्मीदवारों में से प्रत्येक से 50 हजार रुपए लिए गए थे। गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश की जा रही है।
खुफिया सूचना के आधार पर शनिवार रात से केस में 26 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एसटीएफ ने मेरठ से तीन लोगों को, वाराणसी और गोरखपुर से दो लोगों को, कौशांबी से एक और प्रयागराज से 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है। अयोध्या और अंबेडकर नगर जिले से भी 1-1 व्यक्ति को पकड़ा गया है।
पेपर लीक से निशाने पर योगी सरकार
- जुलाई 2017 : दरोगा भर्ती परीक्षा लीक
ये पेपर लीक होने का भी दावा
- अगस्त 2018 स्वास्थ्य विभाग प्रोन्नत पेपर लीक हुआ था।
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