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JABALPUR. उच्च शिक्षा के छात्र अब एक साथ दो-दो कोर्स कर एक ही साथ डिग्री भी हासिल कर सकेंगे। नई शिक्षा नीति के तहत यूजीसी ने कॉलेजों और यूनिवर्सिटियों को इसकी स्वीकृति दे दी है। इससे पहले यह सुविधा केवल इंदिरा गांधी मुक्त विश्वविद्यालय इग्नू में ही है। जल्द ही रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर में भी इसे लागू किया जाने वाला है। जानकारी के मुताबिक किसी भी विश्वविद्यालय में यूजी और पीजी के स्टूडेंट्स द्वारा एक साथ दो अलग-अलग विषयों में आसानी से डिग्री ली जा सकेगी। आरडीयू के कुलपति प्रो. कपिलदेव मिश्र के मुताबिक नई शिक्षा नीति के अंतर्गत स्टूडेंट्स एक ही समय में दो अलग-अलग डिग्री लेकर ज्ञानार्जन कर सकेंगे। फिलहाल यह व्यवस्था अभी इग्नू विश्वविद्यालय द्वारा शुरू की गई है, लेकिन जल्द ही आरडीयू में यह सुविधा मिलेगी।
15 स्नातक और 32 स्नातकोत्तर कोर्सों को मंजूरी
रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय प्रशासन के मुताबिक डिग्री लेने के इच्छुक स्टूडेंट्स जिन्होंने इग्नू के जनवरी 2022 सत्र में यूजी और पीजी के लिए नामांकन करवा लिया है, तो वह दूसरे कोर्स के लिए भी नामांकन करवा सकते हैं। नई शिक्षा नीति के तहत वह सुविधा विद्यार्थियों को दी गई है। वहीं इस नीति के शुरूआत के चरण में 15 यूजी कोर्स और 32 पीजी कोर्स को शामिल किया गया है।
पीजी के लिए एमकॉम, एमए हिंदी, इंग्लिश, राजनीतिशास्त्र, इतिहास, समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र, लोक प्रशासन, गांधी एंडपीस स्टडीज, रूरल डेवलपमेंट एजुकेशन, डिस्टेंस एजुकेशन, टूरिज्म एंड ट्रेवल मैनेजमेंट, दर्शनशास्त्र, डेवलपमेंट स्टडीज, ट्रांसलेशन स्टडीज, संस्कृत, उर्दू, ज्योतिष, हिंदी, विषयक लेखन, वैदिक स्टडीज, फोल्कलोर एंडकल्चरल स्टडीज, एनवायरमेंटल एंड ऑक्यूपेशनल, हेल्थ, सस्टेनेबल साइंस, एंटरप्रन्योरशिप, रेन्युबल एनर्जी एंड एनवायरमेंटल और एमए अरेबिक को स्वीकृति मिली है। वहीं यूजी के लिए बीए सामान्य, बीकॉम, टूरिज्म स्टडीज, वोकेशनल स्टडीज, माइक्रो स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज, अर्थशास्त्र ऑनर्स, इतिहास, राजनीतिक शास्त्र, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, समाजशास्त्र, अंग्रेजी, हिंदी, संस्कृत और उर्दू कोर्स की स्वीकृति मिली है।