Jabalpur: भारत सरकार रेल यात्रियों को आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने में लगातार प्रयासरत है। खासकर सुरक्षा तंत्र को लेकर रेल प्रबंधन गंभीर है। रेल यात्रियों की सुरक्षा को लेकर कई कदम उठाए जा रहे हैं। विशेष रूप से सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। अब जल्द ही जबलपुर-भोपाल (Jabalpur-Bhopal) जैसे महत्वपूर्ण शहरों में रेलवे स्टेशनों की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से होगी। रेलवे ने देश के 756 प्रमुख रेलवे स्टेशनों (Railway Station) पर वीडियो निगरानी प्रणाली (वीएसएस) लगाने की योजना तैयार की है। इनमें 15 रेलवे स्टेशन पश्चिम मध्य रेल (WCR) जबलपुर के शामिल हैं। रेल मंत्रालय (Rail Ministry) ने निर्भया फंड के तहत भारतीय रेलवे के प्रमुख स्टेशनों पर वीडियो निगरानी प्रणाली लगाने की मंजूरी दी है।
क्या है वीएसएस
रेलवे स्टेशनों पर वीडियो सर्विलांस सिस्टम (वीएसएस) जिसे सीसीटीवी कैमरों का नेटवर्क भी कहा जाता है, उसे लगाने का काम शुरू हो गया है। इस कार्य के लिए एजेंसियों को नियुक्त कर दिया गया है। केंद्र सरकार के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम रेलटेल को भारतीय रेल की इस महत्वपूर्ण परियोजना के क्रियान्वयन का कार्य सौंपा गया है। परियोजना के पहले चरण में भारतीय रेलवे के कुल 756 प्रमुख रेलवे स्टेशनों को शामिल किया गया है। इनमें पश्चिम मध्य रेलवे के भी कुल 15 रेलवे स्टेशन शामिल हैं। यह काम जनवरी, 2023 तक पूर्ण किए जाने की संभावना है। शेष स्टेशनों का कार्य फेज-2 के क्रियान्वयन के समय शामिल किया जाएगा।
पश्चिम मध्य रेलवे के किन स्टेशनों पर लगेगा
सीपीआरओ राहुल जयपुरियार के मुताबिक इससे रेल सुरक्षा बल को रेलवे स्टेशन पर बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित करने में अतिरिक्त सहायता मिल सकेगी। सीसीटीवी कैमरों से मिलने वाली वीडियो फीड की रिकॉर्डिंग 30 दिनों के लिए स्टोर की जा सकेगी। पश्चिम मध्य रेलवे के भोपाल मण्डल के बीना, रानी कमलापति, होशंगाबाद एवं विदिशा, जबलपुर मण्डल के पिपरिया, जबलपुर, कटनी, मैहर, सतना, रीवा, दमोह एवं सागर तथा कोटा मण्डल के भरतपुर, सवाईमाधोपुर एवं कोटा रेलवे स्टेशनों को इस परियोजना के प्रथम चरण में शामिल किया गया है.
रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए इंटरनेट प्रोटोकॉल (आईपी) आधारित वीडियो निगरानी प्रणाली (वीएसएस) लगाई जा रही है. इसके तहत प्रतीक्षालय, आरक्षण काउंटर, पार्किंग क्षेत्र, मुख्य प्रवेश एवं निकास द्वार, प्लेटफार्म, फुट ओवर ब्रिज, बुकिंग कार्यालय आदि को शामिल किया जाएगा।