Jabalpur. जिले की दस तहसीलों में नक्शे में गड़बड़ी सामने आई है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में यह त्रुटियां मिली हैं। गांव में किसानों को इससे सबसे अधिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है। समस्या यह है कि एक गांव का नक्शा दूसरे गांव में चढ़ा दिया गया है।यह सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी हुई है। इससे गिरदावरी में अंकन नहीं हो पा रहा है।
मैपिंग गलत
गांव की मैपिंग गलत होने से गांव अपनी जगह से दूर दिखते हैं। भारत कृषक समाज महाकौशल प्रांत के अध्यक्ष के के अग्रवाल का कहना है कि किसानों के लिए बहुत बड़ी समस्या हो गई है। मैपिंग सही नहीं हुई है इसलिए सॉफ्टवेयर में गांव करीब 20-20 किमी दूर बताता है। जहां फसलों का अंकुरण नहीं हुआ है वहां फसल नहीं बताता है।
नक्शे खसरों से लिंक नहीं
अधिकतर नक्शे खसरों से लिंक नहीं हैं। जमीन का सीमांकन करने पर या खरीदने,बेचने पर यह त्रुटियां मिल रही हैं। इससे शहरी क्षेत्रों में भी जनता परेशान है। अब प्रशासन की नजर में यह आया है। जिले की शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में यह गलतियां मिली हैं।
इस तरह मिली त्रुटियां
जबलपुर, कुण्डम,पाटन, शहपुरा, पनागर, गोरखपुर, रांझी, सिहोरा,मझौली,अधारताल क्षेत्र में त्रुटियां मिली हैं।
भू अभिलेख पोर्टल में अपलोड नहीं
खसरों में तो गलतियां हुई हैं साथ ही गांव के नक्शों में भी गलतियां हुई हैं। ठीक से अपलोड नहीं होने से वे पोर्टल पर नहीं दिख रहे हैं।
सुधार करवाया जाए
केके अग्रवाल का कहना है कि इस संबंध में उन्होंने कलेक्टर को पत्र लिखा है कि साफ्टवेयर में सुधार करवाया जाए।इसके अलावा गिरधावरी में अंकन करवाने पटवारी किसानो का सहयोग नहीं कर रहे हैं।उन्हें किसानों का सहयोग करने निर्देश दिए जाएं और अंकन करने की तारीख 15 अगस्त से आगे बढ़ाई जाए।यह मामला केवल ग्रामीण स्तर तक ही नहीं है बल्कि शहर में भी है।
सुधार कार्य होगा
अधीक्षक, भू अभिलेख ललित ग्वालवंशी का कहना है कि जिले के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में नक्शों में त्रुटियों के मामले सामने आए हैं। इनमें सुधार कार्य करवाया जायेगा। नक्शों की त्रुटियों को संग्रहित किया जा रहा है।
इस तरह होगा सुधार
प्रशासन इसे जांच कर सुधार कार्य करवाएगा।इसके साथ ही पीड़ित लोगों से आवेदन भी लिए जायेंगे। वे अपनी समस्या बताएंगे। जिले के पटवारी नक्शे में सुधार कार्य करवाएंगे। जिले की सभी तहसीलों में सुधार कार्य होगा। सुधार के बाद इसे भूलेख पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। साफ्टवेयर में आई त्रुटियों को सुधारा जाएगा।