BHOPAL. मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश में बारिश का सूखा खत्म होने को लेकर खुशखबरी दी है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भोपाल समेत 31 जिलों में हल्की बारिश और हवा के साथ बिजली गिरने का अनुमान जताया है। वहीं, 14 जिलों में मध्यम बारिश के आकाशीय बिजली की बात कही है।
किन 31 जिलों में कैसी स्थिति
भोपाल, सीहोर, अशोकनगर, देवास, मंदसौर, रतलाम, नीमच, राजगढ़, नर्मदापुरम, उज्जैन, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, धार, बड़वानी, विदिशा, शाजापुर, अलीराजपुर, रायसेन, रीवा, सीधी, निवाड़ी, सिंगरौली, बालाघाट, सिवनी, शहडोल, उमरिया, कटनी, दमोह, सतना, इंदौर और पन्ना में 40KMPH की स्पीड से हवाएं चलेंगी और मध्यम बारिश होगी।
किन 14 जिलों में कैसी स्थिति?
बैतूल, छिंदवाड़ा, खंडवा, मुरैना, भिंड, सागर, गुना, आगरमालवा, ग्वालियर, हरदा, अनूपपुर, श्योपुर, शिवपुरी में 50KMPH की स्पीड से हवाएं चलेंगी और हल्की बारिश व बिजली गिरेगी।
इंदौर में 27 जून को भारी बारिश की आशंका
अरब सागर (Arabian sea) में मॉनसून एक्टिविटी तेज होने से 26 जून को प्रदेश के कई शहरों में बादल छाए और कुछ शहरों में हल्की से तेज बारिश हुई। मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि इंदौर में 27 जून को भारी बारिश हो सकती है। इंदौर डिवीजन के ज्यादातर इलाकों में बारिश की संभावना बनी है। वहीं भोपाल में भी हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। 27 जून से चक्रवातीय घेरा (cyclonic circle) बनने लगेगा। अरब सागर (Arabian sea) और झारखंड में अभी चक्रवातीय घेरा बना हुआ है। बड़वानी और खरगोन में तेज बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर आए। छिंदवाड़ा में बादल फटने जैसी स्थिति बनी। तेज बहाव में बुलडोजर भी बहते-बहते बचा।
मॉनसून का ब्रेक अब खत्म होने को है। 26 जून की शाम रायसेन में 40km/h की तेजी से हवा चली और फिर तेज बारिश हुई। वहीं चंदन पिपलिया गांव में बारिश की वजह से कच्चा घर गिर गया। दबने से 3 भाई-बहनों के साथ उनके चाचा की मौत हो गई। चार बच्चे भी घायल हुए हैं, जिन्हें सिलवानी सिविल हॉस्पिटल में भर्ती कराया है।
मॉनसून का यह है सिस्टम, 29 जून से प्रदेश में बारिश
N.W.(North west) राजस्थान पर सक्रिय चक्रवात (active cyclone) मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक फैला हुआ है। वहीं, पूर्वोत्तर (North East) अरब सागर (Arabian sea) पर दूसरा चक्रवात सक्रिय (cyclone active) है। दक्षिणी (Southern) गुजरात से उत्तरी (Northern) केरल (kerala) तक अपतटीय ट्रफ (offshore Trough) भी बना हुआ है। दक्षिणी (Southern) छत्तीसगढ़ के ऊपर सक्रिय चक्रवातीय (active cyclone) गतिविधियों से लेकर दक्षिणी गुजरात-कोंकण तक एक और ट्रफ लाइन गुजर रही है। दक्षिण पश्चिम मॉनसून (S.W. monsoon) की उत्तरी सीमा अभी भी पोरबंदर, बड़ौदा, शिवपुरी, रीवा और चुर्क से होते हुए गुजर रही है। इस सिस्टम के चलते मध्य प्रर्देश में 29 जून 2022 से बिजली गिरेगी और बारिश होगी।
ओडिशा के तट पर चक्रवातीय एक्टिविटी (cyclonic activity) शुरू हो गई है। इससे 29 जून से 4 जुलाई तक भोपाल, सागर, उज्जैन, रीवा, शहडोल और इंदौर समेत प्रदेश में तेज बारिश होगी। वहीं चंबल में बारिश के अभी कम चांसेस हैं।
CM शिवराज ने की 4-4 लाख रु. देने की घोषणा
रायसेन के चंदन पिपलिया गांव में मुन्नालाल अहिरवार की कुटीर स्वीकृत (cottage approve) होने के बाद झोपड़ी के बगल में ही मकान बनवाया जा रहा था। इस मकान की दीवार 8 फीट तक बन चुकी थी पर छत डलना अभी बाकी था। बारिश से बचने के लिए पिरवार सारा परिवार झोपड़ी में ही बैठा था। तभी घर की दीवार में पानी भरने से वह गिर गई। गांव वालों ने मलबे से सभी को बाहर निकाला। एंबुलेंस भी टाइम पर पहुंच गई थी, लेकिन अस्पताल जाते-जाते संध्या (8) पुत्री विश्राम अहिरवार, रितिक (5) पुत्र अजमेर अहिरवार, पूर्वी (1) पुत्री मलखान अहिरवार और अखिलेश (30) पुत्र मुन्नालाल अहिरवार की मौत हो गई। रोशनी (17) पुत्री रोकड अहिरवार, रंजना (16) पुत्री मुन्नालाल अहिरवार, उसकी बहनें शिवानी (14) और मानकुंअर (19) घायल हैं।
रायसेन हादसे पर CM शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए जिला प्रशासन को मृतकों के परिजन को 4-4 लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है।