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Balaghat. बालाघाट में चल रहे जिला पंचायत के सभापति की चुनाव प्रक्रिया के दौरान पूर्व मंत्री और पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन को बाहर ही रोका गया तो वे आगबबूला हो गए। काटो तो खून नहीं की हालत में पूर्व मंत्री पहले तो एसडीएम और अन्य अधिकारियों पर जमकर भड़के और फिर मौके पर वीडियो बना रहे लोगों पर झल्ला गए। आरोप है कि इस दौरान उन्होंने अपने तीखे तेवर दिखाते हुए और सत्ताबल का दुरूपयोग करते हुए वीडियो को भी डिलीट करवाया।
प्रवेश द्वार पर रोका गया था
दरअसल जिला पंचायत परिसर में सभापति के चुनाव की प्रक्रिया जारी थी। इस दौरान गौरीशंकर बिसेन अंदर जाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उन्हें प्रवेश द्वार पर ही अधिकारियों द्वारा रोक दिया गया। जिसके बाद वे एसडीएम और अधिकारियों से तल्ख अंदाज में पूछने लगे कि जिला पंचायत कार्यालय के बाहर लगी दुकानों को अब तक क्यों नहीं हटवाया गया। आरोप है कि उन्होंने दुकानदारों के लिए अभद्र भाषा का भी प्रयोग किया। लोगों ने पूरे वाक्ये का वीडियो बनाना शुरू किया तो बिसेन अपने गनमैन पर भड़क उठे। बाद में वीडियो बना रहे लोगों पर जमकर भड़के और वीडियो डिलीट भी करवाया।
अक्सर रहे हैं विवादों में
यह पहली बार नहीं है जब पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने इस प्रकार आपा खोया हो। इससे पहले भी वे बालाघाट के बीजेपी के जनप्रतिनिधियों से ही सबके सामने भिड़ चुके हैं। हालांकि ताजा मामले में अधिकारियों ने कुछ भी प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है।
गनमैन पर भी निकाली भड़ास
इस घटना के बाद बिसेन जिला अस्पताल और मंडी परिसर में भी निरीक्षण के लिए पहुंचे। जहां वे कई बार अपने गनमैन पर भड़के। यहां तक कि उन्होंने मंडी परिसर से अपने गनमैन को भी भगा दिया। इस दौरान वे गुस्से में अपने गनमैन से यही कह रहे थे कि तुम किसी काम के नहीं हो।