Damoh. आज योग का प्रचार, प्रसार पूरी दुनिया में चल रहा है इसी उद्देश्य को लेकर महाराष्ट्र के पूना में रहने वाली एक योग शिक्षिका ने साइकिल से आठ हजार किमी की यात्रा करने का संकल्प लिया। इस यात्रा का उद्देश्य योग का प्रचार करना है और इसकी थीम भी है योग करना हमारा कर्म है एकता हमारा धर्म है। यह युवती साइकिल से यात्रा करते हुए दमोह पहुंची जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। इसके अलावा उनके सहयोगी जो स्कूटी से साथ चल रहे हैं उनका भी स्वागत किया गया।
केदारनाथ से शुरू की यात्रा
इस यात्रा के बारे में 28 वर्षीय योग शिक्षिका पूजा उदावले ने बताया कि योग को जन-जन तक पहंुचाना चाहती हैं। इसी उद्देश्य को लेकर उन्होंने 12 ज्योर्तिलिंग की यात्रा साइकिल से करने का संकल्प लिया और 25 दिन पहले केदारनाथ से यह यात्रा शुरू की ओर उसके बाद जबलपुर होते हुए दमोह पहुंची। उन्होंने अपने मित्र सुधीर से जब इस बारे में बात की तो वह काफी उत्साहित हुए और इस आठ हजार किमी की यात्रा में भागीदार बने। वह स्कूटी से पूजा के साथ चलते हैं और अपने साथ मेडीकल किट और साइकिल के स्पेयर्स लेकर चलते हैं ताकि साइकिल में कहीं कोई खराबी आने पर सुधार किया जा सके।
2 लाख की जापानी साइकिल पर यात्रा
पूजा ने बताया कि उनके माता पिता ने 2 लाख रुपए की जापानी साइकिल उन्हे खरीद कर दी है अभी तक उन्होंने 1400 किमी की यात्रा सफलता पूर्वक पूरी कर ली है। यात्रा के बारे में उन्होंने बताया कि यह यात्रा केदारनाथ से काशी विश्वनाथ, उज्जैन महाकालेश्वर, ओमकारेश्वर, गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश और तमिलनाडू के रामेश्वरम में यात्रा समाप्त होगी। दो महीने के अंदर यह आठ हजार किमी की यात्रा पूरी करने का संकल्प उन्होंने लिया है। वहीं दमोह निवासी अभिनव टंडन ने बताया कि इसके पहले पूजा 2017 में कश्मीर से कन्याकुमारी की यात्रा साइकिल से कर चुकी है। दमोह पहुंचने पर दमोह विधायक अजय टंडन ने पूजा और उनके साथी का कांग्रेस कार्यालय में स्वागत किया।