अविनाश नामदेव, VIDISHA. 1 दिन पहले जीआरपी विदिशा ने रेलवे से सागर की ओर जा रहे एक 15 वर्षीय मुस्लिम किशोर और 14 वर्षीय हिंदू किशोरी को संदिग्ध होने पर ट्रेन से उतार लिया था। बाद में चाइल्ड लाइन की मदद से दोनों की काउंसलिंग कराई गई। विदिशा चाइल्डलाइन की प्रभारी दीपा शर्मा ने बताया कि दोनों नाबालिग किशोर और किशोरी भोपाल से सागर जा रहे थे। दोनों के बीच पिछले 1 साल से प्रेम प्रसंग चल रहा है। किशोरी कुछ माह से गर्भवती भी है। काउंसलिंग के दौरान जो जानकारी निकल कर आई वह चौंकाने वाली थी.... किशोर की मां किशोरी से किशोर के साथ रहने की बात करते हुए दबाव बनाती थी ताकि वह चोरी और अन्य गलत कामों से दूर हो जाए। विवाह करने के साथ युवक ने धर्म परिवर्तन करने तक का भरोसा दिया। इस पूरे मामले को लेकर चाइल्ड लाइन ने किशोर को भोपाल किशोर न्यायालय भेज दिया तो वहीं किशोरी को आज भोपाल भेजा जा रहा है। किशोर गांजे के आरोप जेल भी जा चुका है।
लव जिहाद का एंगल!
लव जिहाद से जोड़कर देखा जा रहा पूरा घटनाक्रम बताया जा रहा है। चाइल्ड लाइन विदिशा के कोआर्डिनेटर ने बताया कि वे अपनी टीम के साथ रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक में विजिट कर रहे थे। उसी समय भोपाल से आई एक ट्रेन से 15 साल की एक नाबालिग लड़की और 17 साल का एक नाबालिग लड़का भी उतरकर आए थे। चूंकि इस समय रेलवे ने सागर तरफ जाने वाली कई ट्रेनों को निरस्त कर दिया है, इसलिए वे सागर तरफ जाने के संबंध में कुछ चर्चा कर रहे थे। उसी समय संदेह होने पर जीआरपी के एएसआई मनोहर सिंह चौहान, हेड कांस्टेबल शिवराज यादव सहित अन्य जवानों ने लड़की से पूछताछ शुरू की। लड़की की मां का मोबाइल नंबर लेकर उससे बातचीत की तो पता चला कि वह परिजनों की अनुमति के बगैर ही दूसरे संप्रदाय के लड़के के साथ सागर जाने की तैयारी में है। इसके बाद जब लड़के से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह लड़की को लेकर अपनी एक रिश्तेदार के यहां सागर जा रहा है। इसके बारे में उसकी महिला रिश्तेदार को भी पूरी जानकारी है। उसी ने कहा था कि लड़की को लेकर भोपाल से सागर आ जाओ।