GWALIOR. दिल्ली और पंजाब में बड़ी जीत और राष्ट्रीय पार्टी बनने के बाद आम आदमी पार्टी दूसरे प्रदेशों में सियासी भविष्य तलाशने में जुटी हुई है। अब AAP की नजर मध्यप्रदेश पर है। पार्टी ने इस साल के अंत में मध्यप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति तैयार कर ली है। AAP जल्द ही प्रदेश में महारैली और रोड शो करने वाली है। मार्च में भोपाल में हुई रैली के बाद AAP की बड़ी रैली ग्वालियर में होने जा रही है।
25 जून को ग्वालियर में चुनावी शंखनाद करेंगे केजरीवाल
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल 25 जून को ग्वालियर में चुनावी शंखनाद करेंगे। केजरीवाल की इस महारैली में पंजाब के सीएम भगवंत मान और AAP की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल सहित पार्टी पदाधिकारी शामिल होंगे। पार्टी ने इस महारैली में 1 लाख से ज्यादा लोगों के शामिल होने की संभावना जताई है। इसके साथ ही सीएम केजरीवाल का रोड शो होने की भी बात कही जा रही है। सीएम केजरीवाल के कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने तैयारियां तेज कर दी हैं।
केजरीवाल का ग्वालियर चंबल का दौरा बेहद अहम
सीएम केजरीवाल की महारैली को लेकर AAP प्रदेश उपाध्यक्ष और प्रदेश प्रवक्ता डॉ. रुचि गुप्ता ने कहा कि 25 जून को पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ग्वालियर दौरे पर आ रहे हैं। एक महारैली का आयोजन होगा, इसको लेकर कार्यकर्ताओं और आम लोगों में बड़ा उत्साह है। कार्यक्रम को लेकर राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय महामंत्री डॉ. संदीप पाठक ने घोषणा भी कर दी है। सीएम केजरीवाल का ग्वालियर-चंबल का दौरा बेहद अहम है, क्योंकि पार्टी का सबसे पहला सर्वे ग्वालियर-चंबल से ही आया और प्रदेश में जनता ने बदलाव का मूड बना लिया है। इसी को देखते हुए केजरीवाल ने ग्वालियर से ही विधानसभा चुनाव को लेकर शंखनाद करने का फैसला किया।
सिंगरौली में जीत दर्ज कर चुकी है आम आदमी पार्टी
कांग्रेस-बीजेपी के साथ ही आम आदमी पार्टी भी ग्वालियर-चंबल अंचल में जोर लगा रही है। लोगों के बीच बढ़ती सीएम केजरीवाल की लोकप्रियता के चलते AAP प्रदेश में जीत की आस लगा रही है। इससे पहले प्रदेश में हुए नगरीय निकाय चुनाव में AAP अपना जादू दिखा चुकी है। ये चौंकाने वाला परिणाम सिंगरौली से सामने आया था। यहां AAP की रानी अग्रवाल ने BJP से महापौर की कुर्सी छीनते हुए जीत दर्ज की थी। रानी ने BJP के चंद्र प्रताप विश्वकर्मा को बड़े अंतर से हराया था।
ये खबर भी पढ़िए..
क्या है ग्वालियर-चंबल में सीटों का गणित?
2018 में हुए विधानसभा चुनाव में ग्वालियर-चंबल अंचल से कांग्रेस ने 34 में से 26 सीटों पर जीत दर्ज की थी, लेकिन कमलनाथ सरकार गिरने के बाद हुए उपचुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के पास 34 में से 17-17 सीटें हैं और दोनों ही 50-50 की स्थिति में हैं। यही कारण है कि बीजेपी और कांग्रेस इस क्षेत्र में अपना दबदबा कायम रखने में लगी हुई हैं तो वहीं आम आदमी पार्टी भी अंचल को टारगेट कर सियासी रास्ता तलाश रही है।