Indore. मध्य प्रदेश के जाने-माने मीडिया ग्रुप नई दुनिया को दोहरा आघात लगा है। वरिष्ठ पत्रकार और नईदुनिया ग्रुप के मालिक अभय छजलानी नहीं रहे। 88 साल की उम्र में उनका निधन हो गया। रीजनल पार्क मुक्तिधाम पर अंतिम संस्कार हुआ। अभय लंबे समय से बीमार चल रहे थे। 2009 में भारत सरकार ने पद्मश्री से सम्मानित किया था। वहीं, अभय के भाई दिवंगत विमल छजलानी की पत्नी का भी 23 मार्च की सुबह भोपाल में निधन हो गया। अभय छजलानी ने इंदौर शहर के कई प्रमुख मुद्दों को उन्होंने प्रमुखता से उठाया था। वे लंबे समय तक वह मध्य प्रदेश टेबल टेनिस संगठन के अध्यक्ष रहे और फिर आजीवन अध्यक्ष पद पर बने रहे।
कमलनाथ ने जताया शोक
पत्रकारिता जगत की विशिष्ट पहचान पद्मश्री अभय छजलानी जी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है।
मैं दिवंगत आत्मा की शांति एवं परिजनों को यह असीम दुख सहने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूँ।
हिन्दी पत्रकारिता के आधारस्तंभ छजलानी जी हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे।
“भावपूर्ण नमन” pic.twitter.com/CYSbodUA8S
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) March 23, 2023
विदेश से ग्रेजुएशन किया था
अभय छजलानी का जन्म 4 अगस्त 1934 को हुआ था। वे 1955 में पत्रकारिता से जुड़े थे। उन्होंने कार्डिफ (ब्रिटेन) के थॉम्सन फाउंडेशन से जर्नलिज्म में ग्रेजुएशन किया था। हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र से इस प्रशिक्षण के लिए चुने जाने वाले वह पहले पत्रकार रहे। देश के कई टॉप जर्नलिस्ट तैयार करने में उनका योगदान था। वह भारतीय भाषाई अखबारों के शीर्ष संगठन इलना के तीन बार (1988, 1989, 1994) अध्यक्ष रहे थे। साथ ही वे इंडियन न्यूज पेपर सोसाइटी (INS) के 2000 में उपाध्यक्ष और 2002 में अध्यक्ष रहे। उनकी पत्नी पुष्पा छजलानी का पिछले साल ही निधन हुआ था। परिवार में बेटा विनय, 2 बेटियां शीला और आभा हैं। अभय छजलानी ने कई सामाजिक दायित्वों का भी निर्वहन किया। वे ब्लड डोनेशन को प्रमोट करने वाले ग्रुप 'ब्लड डोनेशन 365 डेज' से भी जुड़े थे।
कई देशों की यात्रा कर चुके हैं अभय
अभय छजलानी 2004 में भारतीय प्रेस परिषद के लिए मनोनीत किए गए, जिसका कार्यकाल तीन वर्ष रहा। उन्हें 1986 का पहला श्रीकांत वर्मा राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया गया। वे दुनिया के कई महत्त्वपूर्ण देशों की यात्रा कर चुके हैं जिनमें सोवियत संघ, जर्मनी, फ्रांस, जॉर्डन, यूगोस्लाविया, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, थाईलैंड, इंडोनेशिया, तुर्की, स्पेन, चीन आदि शामिल हैं। 1995 में मप्र क्रीड़ा परिषद के अध्यक्ष बने। ऑर्गनाइजेशन ऑफ अंडरस्टैंडिंग एंड फ्रेटरनिटी द्वारा वर्ष 1984 का गणेश शंकर विद्यार्थी सद्भावना अवॉर्ड वर्ष 1986 में राजीव गाँधी ने प्रदान किया। पत्रकारिता में विशेष योगदान के लिए उन्हें वर्ष 1997 में जायन्ट्स इंटरनेशनल पुरस्कार तथा इंदिरा गाँधी प्रियदर्शिनी पुरस्कार मिला था।
1998 में राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार से हुए थे सम्मानित
छजलानी को इंदौर में इंडोर स्टेडियम अभय प्रशाल स्थापित करने के लिए भोपाल के माधवराव सप्रे समाचार पत्र संग्रहालय एवं शोध संस्थान ने सम्मानित किया था। उन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय योगदान के लिए ऑल इंडिया एचीवर्स कॉन्फ्रेंस ने दिल्ली में 1998 में राष्ट्रीय गौरव पुरस्कार प्रदान किया। साथ ही इसी वर्ष लालबाग ट्रस्ट इंदौर का अध्यक्ष बनाया गया।