Jabalpur. जबलपुर में वन विभाग की कुंडम रेंज में जंगल के अंदर से रेत खनन की शिकायतें मिलने के बाद वन विभाग की टीम ने मौके पर छापेमार कार्रवाई की है। इस कार्रवाई के दौरान टीम को अवैध रेत से भरी दो ट्रालियां मिलीं हालांकि टीम के छापे की आहट मिलते ही खनन में लगे लोग मौके से फरार होने में कामयाब हो गए। वन विभाग ने दोनों ट्रालियों को रेत के साथ जब्त किया है। इलाके में लंबे समय से अवैध रेत खनन की शिकायतें मिल रही हैं। बताया जा रहा है कि उमरिया जिले के तस्करों का गिरोह इस काम को अंजाम दे रहा है।
धड़ल्ले से हो रही पेड़ों की कटाई
क्षेत्र के ग्रामीणों ने बताया है कि कुंडम रेंज की सभी बीटों पर अवैध उत्खनन के साथ-साथ पेड़ों की कटाई और शिकार किया जा रहा है। ग्रामीणों की तरफ से बार-बार वन विभाग को शिकायत दी जाती है, लेकिन आज तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई है। उल्टा अवैध धंधों में लगा माफिया मुखबिरी के शक में ग्रामीणों को धमकाता रहता है। कुंडम रेंज के रेंजर महेश कुशवाहा ने बताया कि ददरगवां सर्किल की मोहनी बीट पर अवैध उत्खनन की सूचना पर दबिश दी गई थी। मौके पर सिर्फ दो ट्राली रेत जब्त की गई है। अवैध खनन करने वालों के संबंध में पता चला है कि वे उमरिया जिले के हैं। रिपोर्ट दर्ज करके विस्तृत छानबीन की जा रही है।
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तेंदुए ने किया आवारा कुत्ते का शिकार
इधर तिलवारा-बरगी रोड पर चूल्हागोलाइ के पास मैदान में क्रिकेट खेल रहे बच्चों ने तेंदुए को शिकार करते हुए देखा और सहम गए। पेड़ पर बैठा हुआ तेंदुआ पलक झपकते ही कूदा और एक आवारा कुत्ते को दबोचकर अपने साथ झाड़ियों में ले गया। जिसकी सूचना वन विभाग को दी गई। उधर वनविभाग के अधिकारियों ने बताया कि चूल्हागोलाई से सटे जंगल तेंदुओं का प्राकृतिक आवास हैं, इसलिए यहां किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा सकती। वन विभाग ने ग्रामीणों को तेंदुए से डरने की बजाय सतर्क रहने की समझाइश दी है।