Bhopal. मध्यप्रदेश में बैशाख के महीने में आषाढ़ जैसी झड़ी लगी हुई है, पूर्वी मध्यप्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि के बाद अब मालवा में भी बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है। मौसम विज्ञानी इसके पीछे उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के असर को जिम्मेदार बता रहे हैं। बुधवार को जबलपुर, भोपाल, राजगढ़, सतना,गुना, खरगोन समेत कई जिलों में बारिश हुई। वहीं आज भी प्रदेश के अनेक जिलों में बारिश की संभावना है।
4 मई तक ऐसा ही रहेगा मौसम
मौसम विज्ञानियों की मानें तो उत्तर भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के चलते मध्यप्रदेश के मौसम में यह बदलाव देखने को मिल रहा है। माना जा रहा है कि 4 मई तक प्रदेश का मौसम ऐसा ही रहेगा। इधर बारिश के कारण प्रदेश के कई जिलों का न्यूनतम तापमान गिरा है। पचमढ़ी में जहां 14.6 डिग्री तक पारा गिरा है वहीं बाकी जिलों में भी न्यूनतम तापमान 21 डिग्री के आसपास रहा। जैसा आमतौर पर बसंत ऋतु में देखने को मिलता है।
- यह भी पढ़ें
नमी के चलते आंधी और बारिश का दौर
मौसम विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी भरी हवाएं आ रही हैं। यही नमी आसमान में छाने वाली बदरी, आंधी और बारिश का कारण बन रही है। उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। बारिश और बदरी के कारण दिन-रात के तापमान में खासी गिरावट देखी जा रही है। एक बार फिर नया सिस्टम सक्रिय हुआ है, इस कारण प्रदेश के कई जिलों में आंधी के साथ बारिश और ओले गिरने की संभावना है।
भोपाल, सीहोर, रायसेन, राजगढ़, विदिशा,सीधी, सतना, जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, रीवा, सिंगरौली, बालाघाट, डिंडोरी, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, इंदौर, धार, झाबुआ, आलीराजपुर, खरगोन, बड़वानी, खंडवा, शाजापुर, देवास,बुरहानपुर, श्योपुरकलां, मुरैना, गुना, अशोकनगर, उज्जैन, रतलाम,और आगर में कहीं-कहीं हल्की बारिश होने का अनुमान है।
रीवा, भोपाल संभाग के साथ ही धार, इंदौर, खरगोन, निवाड़ी, अलीराजपुर, शहडोल, टीकमगढ़, शाजापुर, बालाघाट,झाबुआ, बड़वानी, उज्जैन, पन्ना, रतलाम, दमोह, देवास, नरसिंहपुर, छतरपुर, आगर और कटनी में गरज-चमक के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से आंधी चल सकती है।