SIDHI. अभी हफ्ते भर पहले संजय टाइगर रिजर्व (sanjay tiger reserve) के अधिकारियों ने ग्रामीणों को जंगली हाथियों से घर, परिवार बचाने का प्रशिक्षण दिया था l नाईट विजन कैमरे की व्यवस्था बनाई थी, जानकारी देने रैपिड रिस्पांस टीम और ग्रामीणों का व्हाट्सएप ग्रुप बनाया था लेकिन विभाग की एक भी व्यवस्था काम नहीं आई l उनके वापस आते ही हाथियों के समूह ने घरों को तहस -नहस कर दिया है l गाजर पंचायत के तिनगी गांव के घरों को तोड़ कर अनाज चट कर लिया है l हाथियों के डर से ग्रामीणो को घर छोड़कर रतजगा करना पड़ा है l
पंद्रह दिन से तिलैया के जंगल में डेरा
गाजर पंचायत के तिनगी गांव निवासी तेजबहादुर सिंह व अन्य के यहां हाथियों के जिस समूह ने उत्पात मचाया है उनका पंद्रह दिन से तिलया के जंगल में डेरा पड़ा हुआ है। विभाग इस बीच लोगों को सुरक्षित रहने के गुर तो सिखा रहा पर हाथियों को खदेड़ने का काम नहीं कर सका है l जाहिर है जब हाथियों का समूह मौजूद है तब वह कहीं न कहीं नुकसान तो पहुंचाएगा ही l
काम नहीं आये सुरक्षा इंतजाम
संजय टाइगर रिजर्व में हाथी झुंड से ग्रामीणों को बचाने के लिए चिन्हित इलाके में नाइट विजन कैमरा लगाया गया है। इस कैमरे में जंगल से निकलकर गांव में घुसने वाले हाथी झुंड कैद हो जाएंगे। यहां लगी टीम गांव के लोगों को तत्काल सतर्क कर देंगी जिससे होने वाले मानव द्वंद से बचा जा सकेगा। लाउडस्पीकर, एनाइडर सिस्टम, स्मार्ट स्टिक ग्रामीणों के बीच दिया गया है। ग्रामीणों को विशेष दल द्वारा जागरूक करने प्रशिक्षित किया गया है।हालांकि विभाग द्वारा किये सुरक्षा के प्रयास काम नहीं आये हैं l
यहां ज्यादा खतरा
संजय टाइगर रिजर्व के पोड़ी रेंज के डोमार पाठ, वुढन डोल, लुरघुटी सहित आसपास के जंगलों में हाथियों का आना जाना बना रहता है। यह झुंड 9 की संख्या में अक्सर रात के समय निकालकर गांवों में पहुंच जाता हैं। आदिवासी परिवार के घरों में रखे महुआ फूल उनका पसंदीदा भोजन है। जिसकी सुगंध से यह उनके घरों को निशाना बनाते हैं इतना ही नहीं यह पूरी गृहस्थी उजाड़ देते हैं। दिन में कोई ग्रामीण फस गया तो उसकी जान भी ले लेते हैं।
इन्होंने दिया प्रशिक्षण
बीते दिनों हुई कार्यशाला में विश्व प्रकृति निधि भारत के सदस्य हितेन वैश्य, लैंडस्केप कॉर्डिनेटर, सीनियर प्रोजेक्ट ऑफिसर डेविड स्मिथ,दाबीर हसन, उपेन्द्र दुबे एवं संदीप चौकसे के द्वारा हाथियों से बचने प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण बाद सीसीएफ बाय पी सिंह ने कहा की हाथी मानव द्वंद से बचने के लिए ग्रामीणों को जागरूक किया गया है। इन्हें उपाय भी बताए गए हैं। चिन्हित स्थानों में नाइट विजन कैमरा कैमरा लगाया गया है साथ अन्य उपकरण भी दिया गया है।