संजय गुप्ता, INDORE. प्रदेश के सभी राजस्व अधिकारी (तहसीलदार और नायब तहसीलदार) सोमवार से बुधवार तक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। इसे लेकर मप्र राजस्व अधिकारी (कनिष्ठ प्रशासकीय सेवा) संघ ने बैठक में फैसला लिया है, जिसके आधार पर सभी शाखाओं ने अपने-अपने जिले में कलेक्टर के नाम पर सामूहिक अवकाश पर जाने संबंधी ज्ञापन भी सौंप दिया गया है।
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यह हैं मांगें
अधिकारियों की मांग है कि राजस्व अधिकारियों की पदोन्नति की जाए। कई तहसीलदार डिप्टी कलेक्टर बनने के इंतजार में सालों से अटके हुए हैं, इसी तरह नायब तहसीलदार तहसीलदार नहीं बन पा रहे हैं। नायब तहसीलदार पदों को राजपत्रित घोषित करने की भी मांग है और साथ ही वेतन विंसगतियों को दूर करने की भी मांग ज्ञापन में की गई है।
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इस दौरान नहीं करेंगे कोई काम
ज्ञापन में साफ किया गया है कि सामूहिक अवकाश के दौरान हम लोग किसी भी तरह का शासकीय काम नहीं करेंगे। न किसी शासकीय वाट्सग्रुप में जुड़ें रहेंगे। बोर्ड परीक्षा व अन्य ड्यूटी भी हमारे द्वारा नहीं की जाएगी। इस दौरान पूरी तरह से काम से विरत रहेंगे।
राजस्व काम के साथ कई काम करते हैं तहसीलदार
प्रशासकीय काम में तहसीलदार और नायब तहसीलदार सबसे अहम कड़ी है। राजस्व कामों की पुरी सुनवाई व आदेश इनके माध्यम से ही होती है। मैदान में भी यही अमला सक्रिय होता है। सीएम हेल्पलाइन का निराकरण हो या अन्य राजस्व संबंधी कोई भी काम इन्हीं अधिकारियों के माध्यम से प्रशासन कराता है। ऐसे में काम में समस्या होगी।