/sootr/media/post_banners/b3400cf284dbee43dbf0595d79703741ce70d941502a212cb162ebed927ccc99.jpeg)
Chhindwara. मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है। बीजेपी की बात की जाए तो राष्ट्रीय नेताओं के दौरे शुरू हो चुके हैं। अभी 24 फरवरी को ही गृहमंत्री अमित शाह सतना पहुंचे थे। अब 19 मार्च को फिर से अमित शाह छिंदवाड़ा के दौरे पर आने वाले हैं। बता दें कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा साफ कह चुके हैं कि अगले आम चुनावों के लिए 9 राज्यों के विधानसभा चुनाव सेमीफाइनल के जैसे हैं। ऐसे में बीजेपी मध्यप्रदेश में पूरा जोर लगा रही है।
कमलनाथ को घेरने की पूरी तैयारी
दरअसल बीजेपी भी प्रदेश के हालात से वाकिफ है। ऐसे में कांग्रेस के बड़े नेताओं को उनके ही क्षेत्र में घेरने की रणनीति अपनाई जा सकती है। इसके लिए ग्रास रूट लेवल पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने पूरा प्रयास किया जा रहा है। माना जा रहा है कि इसी वजह से केंद्रीय गृहमंत्री का छिंदवाड़ा का दौरा रखा गया है। गृह मंत्री अमित शाह 19 मार्च को छिंदवाड़ा आ रहे हैं। यहां वो कार्यकर्ताओं के साथ बैठक और जनसभा को संबोधित करेंगे और कमलनाथ के छिंदवाड़ा के किले को तोड़ने का प्रयास करेंगे। बता दें कि कुछ दिन पहले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी यहां पहुंचे थे।
- यह भी पढ़ें
कमजोर सीटों पर ज्यादा ध्यान
बता दें कि जहां-जहां भाजपा कमजोर है वहां बीजेपी अपना पैर जमाने की कोशिश कर रही है। छिंदवाड़ा भी उन्हीं में शामिल है, लंबे समय से छिंदवाड़ा सीट पर कमलनाथ परिवार का कब्जा है। छिंदवाड़ा लोकसभा सीट भी कांग्रेस के पास है। कमलनाथ के किले को ढहाने के लिए बीजेपी ने बड़ी प्लानिंग बनाई है। इससे पहले बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन भी छिंदवाड़ा में कमलनाथ को चुनौती देने की बात कह चुके हैं।
क्या बोले थे बिसेन
पूर्व मंत्री गौरीशंकर बिसेन ने कुछ महीने पहले ही कहा था कि पार्टी उन्हें जहां से लड़ने कहेगी वे तैयार हैं। बिसेन ने कहा था कि बालाघाट से इस बार चुनाव नहीं लड़ूंगा। यहां की जनता ने इतना दिया है वह काफी है। अलबत्ता पार्टी कहेगी तो छिंदवाड़ा में भी लड़ने के लिए तैयार हूं।