BHOPAL. नगर निगम के चुनाव के बाद नगर निगम परिषद का पहला बजट आने वाला है। इस बार का यह बजट 3200 करोड़ रुपए का होगा। बजट आने से पहले शहर के प्रबुद्धजनों से सुझाव लिए जाएंगे। कई चुनावी वादों को बजट में शामिल किए जाने की तैयारी है। अभी हाल ही में मेयर मालती राय ने कांग्रेसी पार्षदों को सुझाव लेने के लिए बुलाया था।
पिछला बजट 3104 करोड़ का था
पिछली बार भोपाल नगर निगम का बिना लाभ-हानि का 3104 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया गया था। प्रशासक गुलशन बामरा ने निगम आयुक्त केवीएस चौधरी के अनुशंसित बजट को स्वीकृति प्रदान की थी। प्रशासक गुलशन बामरा ने निगम आयुक्त केवीएस चौधरी के अनुशंसित बजट को स्वीकृति प्रदान की थी।सयह तीसरे वर्ष निगम प्रशासक ने बजट पारित किया था। प्रॉपटी टैक्स में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई थी। जल उपभोक्ता और ठोस अपशिष्ठ प्रभार में 30-30 रुपए स्लम डेवलपर्स शुल्क लगाया गया है। अब जल कर 180 से 300 रुपए प्रतिमाह और ठोस अपशिष्ठ प्रभार 60 रुपये से 90 रुपए किया गया है।
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पिछले बजट में प्रापर्टी टैक्स में कोई बढ़ोतरी नहीं की थी
नगर निगम ने पिछले बजट में प्रापर्टी टैक्स में तो कोई बढ़ोतरी नहीं की थी, लेकिन 2400 वर्ग फीट या उससे ज्यादा बड़े मकानों का वाटर टैक्स 180 रुपए से बढ़ाते हुए 210 से 300 रुपए कर दिया था। वहीं, ठोस अपशिष्ठ प्रभार भी 30 रुपए से बढ़ाते हुए 60 से 90 रुपए किया गया है।
विंड एनर्जी पर विपक्ष है नाराज
नेता प्रतिपक्ष जकी का कहना है कि निगम पहले ही कर्जदार है। बावजूद निगम भोपाल से सैकड़ों किलोमीटर दूर विंड प्रोजेक्ट लगा रहा। यदि प्रोजेक्ट वापस मीटिंग में लाया जाता है तो विपक्ष विरोध करेगा। यह शहर के हित में नहीं है। बता दें कि भोपाल नगर निगम का नीमच में 16 मेगावॉट का विंड एनर्जी प्रोजेक्ट लगाने का प्लान है। इस पर कुल 74 करोड़ रुपए खर्च होंगे। निगम 30 करोड़ रुपए का कर्ज भी लेगा। इस प्रोजेक्ट को लेकर पिछले दो मीटिंग में हंगामे हो चुके हैं। इस कारण यह मंजूर नहीं हो सका है। इसी प्रोजेक्ट को बजट मीटिंग में फिर से लाने की तैयारी है। हालांकि, विपक्ष प्रोजेक्ट को लेकर नाराज हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने की टैक्स न बढ़ाने की मांग
बजट से पहले नेता प्रतिपक्ष जकी ने महापौर मालती राय को फरवरी में लेटर भी लिखा था। जिसमें 9 बिंदुओं को बजट में शामिल करने की मांग की गई थी। नेता प्रतिपक्ष जकी का कहना है कि बजट में किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं बढ़ाया जाए।