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भोपाल. यहां के लोकायुक्त कार्यालय में शुक्रवार, 24 सितंबर की सुबह उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब कार्यालय में पदस्थ एक कर्मचारी को वहां मौजूद लोगों ने फांसी लगाते देखा। समय रहते ऑफिस के अन्य कर्मचारियों ने उसे फंदे से उतारकर बचा लिया। कर्मचारी का नाम रामचंद्र माकोड़े है और वह उप लोकायुक्त जस्टिस एसके पालो का PA है।
छुट्टी न मिलने और बार-बार तबादले से परेशान था रामचंद्र
रामचंद्र माकोड़े बार-बार तबादला होने और छुट्टी न मिलने से परेशान थे। उसने वरिष्ठ अधिकारियों पर प्रताड़ित किए जाने का आरोप भी लगाया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामस्नेही मिश्रा ने बताया कि दो साल पहले वह विशेष पुलिस स्थापना में तैनात था। इसके बाद उसकी तैनाती लोकायुक्त कार्यालय में कर दी गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मिश्रा ने बताया कि रामचंद्र के खिलाफ आत्महत्या के प्रयास का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
फांसी लगाने से पहले वरिष्ठ अधिकारी को लिखी चिट्ठी
लोकायुक्त कार्यालय में घटी इस घटना की जानकारी तुरंत ही वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। बाद में जिला पुलिस को सौंपकर उसका मेडिकल कराया गया। पीए ने फांसी लगाने से पहले वरिष्ठ अधिकारी के नाम एक चिट्ठी भी लिखी थी। लोकायुक्त कार्यालय की सचिव अरुणा गुप्ता से बात करने का प्रयास किया गया। लेकिन उनके बैठक में बिजी होने के चलते उनसे बात नहीं हो सकी।
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