देव श्रीमाली, GWALIOR. NHM संविदा स्टाफ नर्सिंग भर्ती परीक्षा पेपर लीक कांड में ग्वालियर पुलिस अब तक मास्टर माइंड सहित 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। अब पता चला है कि पेपर लीक कांड गैंग ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को पिछले 7 सालों से अपना सुरक्षित ठिकाना बनाकर रखा था। यहां तक कि मास्टरमाइंड ने तो भोपाल में TIT कॉलेज से IT में B.TECH भी किया है। इस मामले में ग्वालियर पुलिस ने एसआईटी का भी गठन किया है। फिलहाल गैंग के तीन सदस्य पुलिस के रिमांड पर हैं, जो रोज नए खुलासे कर रहे हैं।
दो महीने में पूरी हुई जांच
2 महीने की कड़ी मशक्कत के बाद मध्य प्रदेश का बहुचर्चित NHM संविदा स्टाफ नर्सिंग भर्ती पेपर लीक कांड की जांच पूरी हो गई है। ग्वालियर एसपी राजेश चंदेल ने 2 अप्रैल, रविवार को बताया कि 7 फरवरी को NHM संविदा स्टाफ नर्सिंग परीक्षा से पहले क्राइम ब्रांच ने रैकेट का भंडा फोड़ा था। मौके से गैंग के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया था। गैंग के सरगना की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन भी किया गया। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, बिहार में गिरोह के सरगना की गिरफ्तारी के लिए दबिश देती रहीं। इसमें सफलता भी मिली।
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दिल्ली से पकड़े गए थे पुष्कर और राजीव
इस मामले में दिल्ली से पुष्कर पांडे और राजीव नारायण मिश्रा को गिरफ्तार किया था। पूछताछ का सिलसिला आगे बढ़ा तो भोपाल से तरुणेश अरजरिया उर्फ गुरु को भी गिरफ्तार किया गया था। एसआईटी की पूछताछ में खुलासा हुआ कि ऑनलाइन पेपर कंडक्ट कराने वाली दो कंपनियों एप्टेक और एमईएल मुंबई एवं नोएडा के तीन कर्मचारियों से सरगनाओं की मिलीभगत के चलते यह पर्चा लीक हुआ था और इसे 50 लाख रुपए में बेचा गया था।
तरुणेश के ईमेल पर आया था पेपर
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि आरोपी तरुणेश अरजरिया, जिसके ईमेल पर पेपर आउट होकर आया था। वह 2015 से भोपाल के इंद्रपुरी इलाके में रह रहा था। यहीं से उसने पढ़ाई पूरी की थी। इसके अलावा, गैंग का मास्टरमाइंड राजीव नारायण मिश्रा ने भी भोपाल के TIT कॉलेज से IT में B.TECH किया है। पुष्कर पांडे भी दो साल से भोपाल में रह रहा था।
अब तक 16 आरोपी पकड़े गए
इस पूरे मामले में ग्वालियर पुलिस पांच राज्यों से अब तक 16 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है 13 आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है तीन आरोपी अभी रिमांड पर हैं।