BHOPAL. राजधानी भोपाल से करणी सेना ने हुंकार भर दी है, जम्बूरी मैदान में 10 लाख से अधिक लोग जुटे हैं। करणी सेना आर्थिक आधार पर आरक्षण, एट्रोसिटी एक्ट में संसोधन, स्वामीनाथन आयोग की अनुशंसा के आधार पर फसल के रेट तय करने, गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने जैसे 21 सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन स्थल पर करणी सेना के प्रमुख जीवन सिंह शेरपुर ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि उनसे मिलने मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया जंबूरी मैदान पहुंचने वाले हैं। आपको बता दें कि जंबूरी मैदान में मध्यप्रदेश के अलावा हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ता पहुंचे हैं।
गरीबी जाति देखकर नहीं आती
नीमच से आए करणी सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष पुखराज सिंह चौहान ने कहा कि गरीबी जाति देखकर नहीं आती, इसलिए हमारी प्रमुख मांग आर्थिक आधार पर आरक्षण की व्यवस्था करना है, न की जातिगत आधार पर। सभी दल यह जानते हैं कि हमारी मांग गलत नहीं है, लेकिन वोटबैंक के खातिर चुप बैठे हैं, इसलिए किसी को तो आवाज उठानी ही होगी। पुखराज सिंह चौहान ने कहा कि मामा यदि हमारी मांगों को गंभीरता से नहीं लेंगे तो चुनाव में कोई तीसरा दल भी उतर सकता है।
आतंकवादी तक को अपनी बात रखने का अधिकार, पर एट्रोसिटी एक्ट में नहीं
पुखराज सिंह चौहान ने कहा कि एट्रोसिटी एक्ट में संसोधन जरूरी है। एक आतंकवादी तक को अपनी बात रखने का मौका दिया जाता है, लेकिन एट्रोसिटी एक्ट में बिना जांच पड़ताल के सीधे जेलों में ठूंसा जा रहा है। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश प्रवक्ता राहुल सिंह राजपूत ने कहा कि जब तक एक्ट्रोसिटी एक्ट खत्म नहीं होगा हम पीछे हटने वाले नहीं है। यह हमारी मांग नहीं हमारा अधिकार है। जनरल और ओबीसी वर्ग ने सिर्फ दिया है, लिया कुछ नहीं, पर यह ज्यादती हम नहीं सहेंगे।
करणी सेना का कार्यक्रम फेल करने के लिए सीएम हाउस में हुआ था आयोजन
बुलंदशहर से आए करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दीपक जादोन ने कहा कि कुछ लोगों ने करणी सेना के कार्यक्रम को देखकर सीएम हाउस में कार्यक्रम किया था, जिसका जवाब करणी सेना के कार्यक्रम में लोगों की मौजूदगी ने दे दिया है। वहीं करणी सेना के पुखराज सिंह चौहान ने कहा करणी सेना का कार्यक्रम पूर्व निर्धारित था। यह कार्यक्रम फेल हो जाए इसलिए सरकार को सपोर्ट करने वाले राजपूत समाज के कुछ लोगों ने सीएम हाउस में बैठक की, पर उनमें हमारी प्रमुख मांगों को रखा ही नहीं गया।
260 किमी तक पैदल चलकर भोपाल पहुंचे युवा
जंबूरी मैदान में 5 युवाओं की टीम 260 किमी का पैदल सफर कर भोपाल पहुंची। रनजीत पहलवान ने बताया कि धार जिले के घाटा बिलौद से 5 जनवरी को दोपहर 2 बजे उनके साथ सावन पहलवान, सुनील दरबार, कमल पटेल और राजेंद्र सिसौदिया भोपाल के लिए पैदल निकले जो 8 जनवरी की सुबह भोपाल पहुंचे। उन्होंने बताया कि लोग समय पर कार्यक्रम स्थल पर न आ सके इसलिए जान बूझकर जगह—जगह पुलिस चैकिंग के नाम पर परेशान किया गया।
मंच पर जाने को लेकर धक्का-मुक्की
लाखों की भीड़ में मंच की ओर जाने को लेकर काफी धक्कामुक्की होती रही। आलम यह रहा कि मीडिया पर्सन और कैमेरामेन तक मंच के पास नहीं पहुंच सके। जंबूरी मैदान के आसपास ट्राफिक डायवर्ट करने चौक चौराहों पर पुलिस बल तैनात जरूर रहा, लेकिन कार्यक्रम स्थल पर वर्दी में पुलिसकर्मी नहीं दिखे। सिविल ड्रेस में जो पुलिसकर्मी थे उनसे से एक की जेब तक कट गई। वहीं कई लोगों के मोबाइल फोन भी गुमे हैं।
कार्यक्रम स्थल पर जैमर, सोशल मीडिया पर नहीं मिले अपडेट
कार्यक्रम स्थल के आसपास जैमर लगा देने से इंटरनेट बंद रहा, जिसके कारण कार्यक्रम का किसी भी तरह का अपडेट सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर नहीं मिल रहा था। सिंगल नहीं होने से लोग एक दूसरे से मोबाइल पर संपर्क भी नहीं कर पा रहे थे, जिससे कई लोग परेशान होते भी दिखे।
जमकर लगाए माई के लाल वाले नारे
सीएम शिवराज सिंह चौहान को जिस माई के लाल ने राजनैतिक हानि पहुंचाई थी, आंदोलन स्थल पर उसे लेकर जमकर नारेबाजी हुई। आरक्षण खत्म नहीं होने को लेकर 2018 के चुनाव से पहले शिवराज ने यह बात बोली थी, जिसके बाद श्रवण वर्ग में खासा विरोध किया था। इसे लेकर आंदोलन स्थल पर रह—रहकर नारेबाजी होती रही। बता दें कि जंबूरी मैदान में 7 जनवरी, शनिवार की रात से ही लोग जुटने लगे थे। रविवार सुबह 11 बजे तक यह संख्या लाखों में पहुंच गई। आंदोलन में परशुराम सेना सहित अन्य समाज के लोग भी मौजूद थे।
गैंगस्टर का भाई भी राजस्थान से आया
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक शक्ति प्रदर्शन में राजस्थान के गैंगस्टर दिवंगत आनंदपाल सिंह का भाई भी 70 गाड़ियों को लेकर भोपाल पहुंचा। आयोजन में बतौर मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया को शामिल होना था, लेकिन फ्लाइट मिस होने से उनका कार्यक्रम कैंसिल हो गया।
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