अरुण तिवारी, BHOPAL. प्रदेश में हजारों पदों पर शिक्षकों की भर्ती आयोजित की जा रही है, दरअसल उच्च माध्यमिक शिक्षक के 4075 पदों पर भर्ती प्रक्रिया आयोजित होनी है। इसके लिए चयनित उम्मीदवारों की चॉइस फिलिंग के बारे में गाइडलाइन जारी की गई है। इतना ही नहीं चयनित उम्मीदवारों की सूची भी जारी कर दी गई है। उच्च माध्यमिक शिक्षक चयन सूची के संबंध में गाइडलाइन जारी की गई है। चॉइस फिलिंग के मामले में इस गाइडलाइन का पालन अनिवार्य होगा। लेकिन च्वॉइस फिलिंग की इस प्रक्रिया पर सवाल खड़े होने लगे हैं। इसमें अनियमितताएं एवं नियम विरुद्ध कार्य किए जाने के आरोप लग रहे हैं।
अभ्यर्थियों ने उठाए सवाल
यदि कोई अभ्यर्थी वर्ग 2 में कार्यरत है तो उसे वर्ग 1 की नौकरी हेतु आयोग्य घोषित किया गया है, एवं उसे चॉइस फिलिंग में हिस्सा नहीं लेने दिया जा रहा है ।
यदि कोई अभ्यर्थी किसी अन्य विभाग जैसे जनजाति कार्य विभाग में कार्यरत है तो उसे स्कूल शिक्षा विभाग में चॉइस फिलिंग नहीं करने दी जा रही है। जो अनुचित है क्योंकि दोनों विभाग अलग-अलग हैं, जबकि अभ्यर्थी के खुद के निर्णय पर निर्भर करता है उसे किस विभाग में कार्य करना है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा चॉइस फिलिंग प्रकिया में एकरूपता नहीं रखी गई है जो पहले से कार्यरत हैं उन्हें चॉइस फिलिंग का अवसर नहीं दिया जा रहा है ,लेकिन राजनीति शास्त्र के अभ्यर्थियों को चॉइस फिलिंग का अवसर दिया जा रहा है बाकि अन्य विषय के अभ्यर्थियों को नहीं दिया जा रहा।
बैक डेट में निकाला पत्र
जनजाति कार्य विभाग द्वारा एवं डीपीआई द्वारा अपने आप को सुरक्षित करने के लिए बैक डेट में पत्र जारी कराया जाता है जो अभी तक किसी भी अभ्यर्थी के पास उपलब्ध नहीं है न ही पोर्टल पर उपलब्ध है कि ऐसे अभ्यर्थियों को जो अन्य विभाग में कार्य कर रहे हैं वह सेवा के लिए अपात्र हैं । यह पत्र बैक डेट में निकाला गया है इसका सबूत यह है कि जब 14 तारीख को डीपीआई पत्र निकालता है तो उसमें लिखा जाता है कि अन्य विभाग के अभ्यर्थी इस विभाग को ज्वाइन करेंगे इसलिए स्वीकृत पद के अतिरिक्त अभ्यर्थियों की सूची जारी की जा रही है ।