GUNA. गुना के चाचौड़ा में 2006 में हुए कोन्याकला मामले में 16 साल से फरार दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। भील समाज ने समुदाय हिंसा के लिए आयोजित की जा रही महापंचायत को रोकने के लिए पहुंची पुलिस फोर्स पर हमला किया था जिसमें निरीक्षक वीर सिंह सप्रे शहीद हुए थे और कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे। मामले में फरार दो आरोपी राम सिंह और कन्हैया की गिरफ्तारी कोदयापुरा गांव से हुई है। पुलिस ने दोनों आरोपियों पर 4-4 हजार रुपए का इनाम रखा था।
आदिवासी महिला के साथ रेप की घटना से आक्रोशित था भील समाज
जानकार बताते हैं कि 2006 में उस क्षेत्र की एक आदिवासी महिला के साथ रेप हुआ था जिसके बाद भील समाज पुलिस के असहयोग से आक्रोशित था। भील समाज ने पुलिस थाने पर हमला करने की योजना बनाई थी। इसकी खबर लगते ही उस समय के मौजूदा टीआई छुट्टी पर चले गए थे। इस घटना को अंजाम दिए जाने की जानकारी मिलने पर वीर सिंह सप्रे को वहां मौके पर भेजा गया।
भीलों ने पुलिस फोर्स पर किया था हमला
वीर सिंह सप्रे ने मौके पर मौजूद भील समुदाय के लोगों को समझाइश देने का प्रयास किया। पंचायत में शामिल भील समुदाय के लोगो ने ये समझा कि ये ही मौजूद टीआई थे और लोगों के बहकावे में आकर उन्होंने पुलिस फोर्स पर हमला कर दिया। मौके पर मौजूद पुलिस स्टाफ वीर सिंह सप्रे को अकेला छोड़कर जान बचाने के लिए भाग खड़े हुए। भीलों ने घेरकर निरीक्षक वीर सिंह सप्रे की हत्या कर दी थी।