BHOPAL. आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां और बीजेपी संगठन को मजबूत करने के इरादे से बीजेपी अपने तीन जिलाध्यक्षों को बदलने का मन बना चुकी है। प्रदेश संगठन स्तर पर, इसे लेकर सहमति भी बन चुकी हैं। इस बार बालाघाट, रतलाम और धार के पार्टी जिलाध्यक्ष कभी भी बदले जा सकते हैं। हालांकि यह अदला-बदली का सिलसिला अब इसी साल नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव तक चलता ही रहेगा।
भटेरे कांग्रेस की हिना कांवरे के खिलाफ चुनाव लड़ने की तैयारी में
बालाघाट जिले के मौजूदा जिलाध्यक्ष रमेश भटेरे आगामी विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारी के लिए क्षेत्र में जुटे हैं। वे, कांग्रेस की कद्दावर नेता हिना कांवरे के खिलाफ चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। भटेरे अपनी पूरी ताकत किरनापुर-लांजी विधानसभा क्षेत्र में लगाए हुए हैं। उन्होंने संगठन को भी अपनी ये मंशा जाहिर कर दी है। लिहाजा, रमेश भटेरे के बजाए पार्टी ने नए जिलाध्यक्ष के नामों पर मंथन तेज कर दिया है।
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बालाघाट में बिसेन के चहेतों से संगठन सहमत नहीं!
बालाघाट में जिलाध्यक्ष के नए नाम को लेकर सरगर्मियां भी तेज हैं। बालाघाट विधायक और मप्र पिछड़ा वर्ग आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन अपने चेहते को पार्टी का जिलाध्यक्ष बनवाना चाहते हैं। वहीं पार्टी संगठन पार्टी के किसी सीनियर को जिलाअध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपना चाहता है। जातिगत समीकरणों को गणित बिठाकर बिसेन अपने किसी खास समर्थक को जिलाध्यक्ष बनाने की पुरजोर रिफारिश में लगे हैं। हालांकि पार्टी सगठन इस बात पर कतई सहमत नहीं है। इसी खींचतान के बीच अध्यक्ष पद को लेकर पूर्व जिला पंचायत सदस्य और वर्तमान पार्षद भारती पारधी, अभय सेठिया, संजय अग्निहोत्री, महेंद्र सुराना, सत्यनारायण अग्रवाल और छगन हनवत मुख्य दावेदारों की दौड़ में शामिल हैं।
रतलाम जिलाध्यक्ष चुनावी तैयारी में जुटे
साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने हैं। 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने रतलाम जिले की पांचों सीटों पर जीत हासिल की थी। लेकिन 2018 के चुनाव में सैलाना और अलोट कांग्रेस ने जीतने में कामयाबी हासिल कर ली थी। बीजेपी चाहती है कि इन दोनों सीटों पर फिर से जीत दर्ज की जाए। बीजेपी के मौजूदा जिलाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह लुनेरा का कार्यकाल बीते नवंबर में पूरा हो चुका है। यानी लुनेरा, करीब साढ़े तीन माह सरप्लस में हैं। लिहाजा पार्टी ने नए नामों पर मंथन शुरू कर दिया है। रतलाम के नए बीजेपी जिलाध्यक्ष की रेस में रतनलाल लाकड़, जयवंत कोठारी, प्रदीप उपाध्याय, राजेश परमार, शंकरलाल पाटीदार और बलवंत भाटी के नाम चर्चा में हैं।
धार को भी मिल सकता है नया जिलाध्यक्ष
बीजेपी धार जिले के नए अध्यक्ष को लेकर भी जल्द ही निर्णय ले सकती है। उद्योग मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह दत्तीगांव और बीजेपी जिलाध्यक्ष राजीव यादव के बीच काफी समय से अनबन चल रही है। पिछले साल सीएम जब पूर्व विधायक वेलसिंह भूरिया के बेटे के निधन पर शोक संवेदना प्रकट करने गए थे। उसी दौरान एक जमीन के मसले पर मंत्री और जिलाध्यक्ष के बीच मनमुटाव सार्वजनिक तौर पर सामने आ गया था। कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री उमंग सिंघार भी राष्ट्रपति चुनाव में राजीव यादव पर पैसे ऑफर करने के आरोप लगा चुके हैं।
बीजेपी ने चार माह में 7 जिलाध्यक्ष बदले
बीजेपी पिछले चार महीने में 7 जिलों के अध्यक्ष बदल चुकी है। अक्टूबर में पांच जिलाध्यक्षों को बदला गया था। इनमें भिंड से देवेंद्र नरवरिया, ग्वालियर से अभय चौधरी, गुना से धर्मेंद्र सिकरवार, अशोकनगर से आलोक तिवारी, कटनी से दीपक सोनी सहित 5 जिलों के जिलाध्यक्ष नियुक्त किए थे। पिछले फरवरी के महीने में अनूपपुर और राजगढ़ के जिला अध्यक्ष बदल दिए गए थे। रामदास पूरी को अनूपपुर जिला अध्यक्ष और ज्ञानसिंह गुर्जर को राजगढ़ जिला अध्यक्ष बनाया गया है।