दमोह में आम का पेड़ फाड़कर जमीन से प्रगट हुईं थी चौसठ योगनी माता, सच्चे मन से पूजा करने पर होती है मनोकामना पूरी

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BP Shrivastava
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दमोह में आम का पेड़ फाड़कर जमीन से प्रगट हुईं थी चौसठ योगनी माता, सच्चे मन से पूजा करने पर होती है मनोकामना पूरी

DAMOH. दमोह जिले के जबेरा ब्लॉक के हटरी गांव में चौसठ योगनी माता का अति प्राचीन मंदिर है। यहां विराजी माता की मूर्तियां आम के पेड़ को फाड़कर प्रकट हुईं थीं। इस मंदिर के प्रति लोगों में अटूट श्रद्धा है। माता की प्रतिमाओं के सिर पर मुकुट सुशोभित है प्रतिमाओं की बनावट से लगता है अति प्राचीन है। यहां दमोह, सागर, जबलपुर, छतरपुर के श्रद्धालुओं का चैत्र नवरात्रि में तांता लगा रहता है। जो भक्त यहां सच्चे मन से पूजा-अर्चना करते हैं, उनकी मनोकामनाएं अवश्य पूर्ण होती हैं। 





यह है कथा





ग्रामीणों ने बताया कि सालों पहले इसी जगह पर हरा भरा आम का पेड़ लगा हुआ था। जो अचानक सूख गया। बीते कुछ साल बाद आम का पेड़ दोबारा से हरा-भरा हो गया जिसकी शीतल छांव के नीचे धार्मिक आयोजन चल रहा था। तभी अचानक से पेड़ गिरते ही अफरा-तफरी का माहौल निर्मित हो गया। फिर कुछ देर बाद टूटे पेड़ के तने के पास जाकर देखा तो कुछ प्राचीन प्रतिमाएं नजर आईं। जिन्हें देखकर ग्रामीण अचंभित हो गए। पाषाण पर बनी इन प्रतिमाओं को देखा गया। तब पता लगा कि ये चौसठ योगिनी माता की प्रतिमा है और पेड़ से प्रगट हुई हैं। समय बीतता गया, माता की महिमा बढ़ती गई। आम के नीचे चबूतरे पर विराजी माता के स्थान से आम के पेड़ को हटाया गया। फिर यहां पटैरिया परिवार ने नए मंदिर का निर्माण करवाया। चौसठ योगनी माता के दर्शनों के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं। ऐसी मान्यता है कि चौसठ योगनी माता की मंदिर में सच्चे मन से मांगी गई मुराद माता जरूर पूर्ण करती हैं। इसी आस्था विश्वास के चलते यहां दमोह, सागर, जबलपुर, छतरपुर जिले के श्रद्धालुओं का चैत नवरात्रि में तांता लगा रहता है। चैत्र नवरा​त्रि की नवमी को जवारे दर्शन के लिए यहां एक दिवसीय मेला लगता है।





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पुजारी ने कहा- 2005 से करते आ रहे पूजा





मंदिर के पुजारी हल्लाई उदेनिया ने बताया कि चौसठ योगनी माता आम के पेड़ में से प्रकट हुई थीं। हम 2005 से इनका पूजन करते आ रहे हैं। जो भी भक्त सच्चे मन से माता के मंदिर में पूजा अर्चना करता है। मां, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण कर देती हैं। स्थानीय ग्रामीण हल्लाई रजक ने बताया है कि दमोह जिले के हटरी गांव में ही ऐसा चौसठ योगिनी माता का मंदिर है, जहां माता आम के पेड़ से प्रकट हुई थीं।



 



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