Jabalpur. जबलपुर हाईकोर्ट ने वारंट तामीली न कराए जाने से नाराज होकर छिंदवाड़ा एसपी विनायक वर्मा को सस्पैंड करने के आदेश जारी कर डीजीपी को वारंट तामीली कराने के निर्देश दे दिए थे। आज छिंदवाड़ा एसपी खुद अदालत में पेश हुए, साथ ही जिस वारंट को लेकर कोर्ट नाराज हुआ था उसकी तामीली भी पूरी कराई गई। जिसके बाद अदालत ने एसपी के निलंबन के आदेश को वापस ले लिया है।
NHAI के प्रोजेक्ट डायरेक्टर का था वारंट
बता दें कि उक्त वारंट एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर डी अनिल कुमार के नाम था। उनकी वर्तमान पदस्थापना आंध्रप्रदेश में है। मामला एक धार्मिक संस्था की जमीन अधिग्रहण करने के बाद उचित मुआवजा न दिए जाने का था। जिस पर अदालत ने वारंट जारी कर उसे तामील कराने के निर्देश दिए थे। काफी वक्त बीत जाने के बाद वारंट की तामीली पर जवाब मांगा गया तो छिंदवाड़ा एसपी ने अदालत को पत्र लिखकर बताया था कि उक्त व्यक्ति का तबादला हो गया है, वारंट तामील नहीं हो सकता। जिस पर हाईकोर्ट ने एसपी को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए थे।
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आनन-फानन में कराई गई तामीली
अदालत ने एसपी को सस्पैंड करते हुए डीजीपी को वारंट तामीली कराने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद छिंदवाड़ा से लेकर भोपाल तक हड़कंप मच गया। आनन-फानन में आंध्रप्रदेश से अनिल कुमार को जबलपुर बुलवाया गया। एसपी छिंदवाड़ा भी जबलपुर पहुंच गए। हाईकोर्ट के समक्ष एसपी ने माफी मांगी, तब जाकर अदालत ने अपने आदेश को वापस ले लिया।
बता दें कि अदालत ने डीजीपी को एक हफ्ते यानि की 19 अप्रैल तक वारंट को तामील कराने के निर्देश दिए थे, साथ ही आगामी आदेश तक एसपी छिंदवाड़ा को सस्पैंड रखने के निर्देश दिए थे। हालांकि पुलिस ने 24 घंटे में ही वारंट की तामीली करा ली।