भोपाल. मध्यप्रदेश में साल 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं। जिसकी तैयारी बीजेपी ने शुरू कर दी है। नेताओं के कैरेटर बदले-बदले से नजर आ रहे हैं। इस लिस्ट में सबसे पहला नाम मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का है। सॉफ्ट स्पोकन के लिए पहचाने जाने वाले शिवराज अचानक से फायर ब्रांड बनकर उभर रहे हैं। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की तरह ही, मध्यप्रदेश में भी बुलडोजर चलाया जा रहा है। शिवराज के आदेश पर प्रशासन लगातार माफियाओं के ठिकानों को धराशाई कर रही है। योगी बाबा को बुलडोजर ने ही चुनाव जिताया। यही वजह है कि अब प्रदेश के मामा भी बुलडोजर की सवारी कर रहे। लेकिन यह कितना किफायती साबित होगा ? रिपोर्ट में जानते हैं...
तेजी से चल रहा मामा का बुलडोजर
खरगोन दंगे के बाद 24 घंटे में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बुलडोजरों ने 45 मकान-दुकानें ध्वस्त कर दीं। आरोपियों की गिरफ्तारी से पहले ही बुलडोजर चला दिए गए। सरकार की मानें तो 2 साल में गुंडों और भूमाफिया से 15 हजार एकड़ जमीन मुक्त कराई जा चुकी है। इसकी कीमत करीब 12 हजार करोड़ रुपए है। शिवराज सरकार ने बुलडोजर चलाने के साथ ही 188 भूमाफिया पर रासुका लगाई, तो 498 को जिलाबदर भी किया।
बदले-बदले से दिख रहे सीएम शिवराज
शिवराज के बुलडोजर की देश में चर्चा है। इसके बावजूद बुलडोजर बाबा यानी यूपी के CM योगी आदित्यनाथ से आगे नहीं निकल पा रहे हैं। राजनीतिक जानकार बताते हैं कि MP में 'बुलडोजर मामा' की नई इमेज गढ़ने की कोशिशें हड़बड़ी में की जा रही हैं। विधानसभा चुनाव के करीब आते ही सॉफ्ट स्पोकन शिवराज काफी बदले दिख रहे हैं। वोटर के दिल के दरवाजे तक पहुंचने के लिए वह बुलडोजर की सवारी कर रहे है। यानी कि यूपी के बाबा की तरह एमपी के मामा जीतना चाहते हैं।
मामा के बुलडोजर की तेज रफ्तार
मध्यप्रदेश में बुलडोजर चलाने की सबसे बड़ी कार्रवाई 11 अप्रैल को खरगोन दंगे के बाद हुई। यहां 16 मकान और 29 से ज्यादा दुकानों पर बुलडोजर चला। इससे पहले अप्रैल में ही रीवा रेप केस में महंत के मददगार संजय त्रिपाठी के निर्माणाधीन शॉपिंग मॉल पर बुलडोजर चला था। श्योपुर में गैंगरेप के आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाया गया। 17 जनवरी को इंदौर में पत्नी से गैंगरेप करवाने के आरोपी बिल्डर राजेश विश्वकर्मा के फार्म हाउस पर बुलडोजर चला। अक्टूबर 2021 में रतलाम में लाला-पठान बंधुओं की गैंग की 106 दुकानों पर बुलडोजर चला था। ये गैंग नशे की तस्करी में शामिल था।
योगी ने तोड़ी गुंडों की कमर
योगी के बुलडोजर ने अतीक अहमद की 325 करोड़ रुपए की संपत्ति को जब्त कर ध्वस्त कर दिया। गिरोह के 60 सदस्यों के हथियारों के लाइसेंस भी रद्द कर दिए गए। विधायक मुख्तार अंसारी की 194 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क की। गिरोह के 122 सदस्यों के शस्त्र लाइसेंस रद्द कर दिए गए, जबकि 158 को गिरफ्तार भी किया गया। गैंगस्टर सुंदर भाटी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 63 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति कुर्क की और उसके गिरोह के सदस्यों के चार हथियार लाइसेंस रद्द कर दिए। बलिया जेल में बंद कुंटू सिंह के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 17.91 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति कुर्क की है या उसे ध्वस्त किया है।
यूपी हो मप्र बुलडोजर क्यों जरूरी
मध्यप्रदेश में 18 से 39 साल के वोटर्स की संख्या 55 फीसदी है। पिछले चुनाव में कुल 5.34 करोड़ वोटर्स में 2.75 करोड़ वोटर्स 39 साल से कम के थे। इस बार इनकी संख्या 3 करोड़ पार होगी। ये वोटर क्रिमिनल एक्शन पर तुरंत रिएक्शन चाहता है। यही वोटर सत्ता हासिल करने की चाबी हैं। यही वजह है कि शिवराज खुद को मामा बुलडोजर कहकर अपराधियों के ठिकानों पर बुलडोजर चला रहे हैं।