मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब हर महीने सीएम हेल्पलाइन की मॉनिटरिंग करेंगे। सीएम हेल्पलाइन में इस समय तीन लाख से ज्यादा मामले लंबित है। कलेक्टर-कमिश्नर्स कॉन्फ्रेंस से पहले अधिकारियों से बातचीत करते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि सुराज और जनकल्याण इन दोनों शब्दों को स्पष्ट रूप से अधिकारी समझ लें। सीएम ने अधिकारियों को अल्टीमेटम भी दे दिया है कि मप्र में गड़बड़ करने वाले अधिकारी बख्शे नहीं जाएंगे।
हेल्पलाइन और जनसुनवाई की मॉनिटरिंग
करीब 5 महीने बाद हुई कलेक्टर कमिश्नर्स कॉन्फ्रेंस से पहले सीएम शिवराज ने सभी जिलों के कलेक्टर्स और कमिश्नर्स से बातचीत की और अपना मंशा जाहिर कर दी। सीएम ने कहा कि अब हर महीने सीएम हेल्पलाइन की मॉनिटरिंग होगी और मंगलवार से जनसुनवाई भी शुरू होगी। सुबह 11 बजे से शुरू होने वाली जनसुनवाई में कलेक्टर और कमिश्नर समेत बाकी विभागों के अधिकारी भी अपने कार्यालयों में जनता से मुलाकात करेंगे और समस्याओं का निराकरण करेंगे.. सीएम ने कहा कि जनसुनवाई से निराकरण की लगातार मॉनिटरिंग की जाएगी।
जनकल्याण और सुराज शब्दों का अर्थ समझ लें : CM
शिवराज ने कहा कि पीएम मोदी के जन्मदिन यानी 17 सितंबर से 7 अक्टूबर तक मप्र में जनकल्याण और सुराज अभियान शुरू किया है जिसमें कई योजनाओं को शामिल किया गया है। सीएम ने अधिकारियों से कहा कि जनकल्याण और सुराज इन दोनों शब्दों का मतलब अच्छी तरह से समझ लें.. जनकल्याण का मतलब बताते हुए सीएम शिवराज ने कहा कि जनता का कल्याण यानि जनता से जुड़ी जितनी योजनाएं है वो उनतक पहुंच पा रही है या नहीं। सीएम ने वल्लभ भवन में बैठे अधिकारियों को हितग्राहियों का डेटा चुस्त दुरूस्त करने भी निर्देश दिए।
घटिया काम नहीं चलेगा, फुल फॉर्म में आएं
सुराज का मतलब समझाते हुए शिवराज ने कहा कि विकास के काम वो भी गुणवत्तापूर्ण, ये देखना कलेक्टरों की ड्यूटी है। सख्त और साफ लहजे में शिवराज ने कलेक्टरों को कहा कि घटिया काम नहीं चलेंगे, जब पैसा लगा है तो उसकी गुणवत्ता परफेक्ट होना चाहिए। इसके लिए वल्लभ भवन और जिले के बीच अच्छा तालमेल होना चाहिए। शिवराज ने कलेक्टर्स को बड़े प्रोजेक्ट्स की मॉनिटरिंग खुद करने के लिए कहा है। ग्वालियर चंबल में बन रहे अटल प्रोग्रेस वे का नाम बदलत कर अब अटल प्रगति पथ किया गया है। कलेक्टर्स को नसीहत देते हुए शिवराज ने कहा कि अब फुल फॉर्म में आने की जरूरत है
27 सितंबर तक पात्र लोगों को टीके का पहला डोज
मप्र में चल रहे वैक्सीनेशन के महाअभियान में सरकार की तरफ से जिलों को टारगेट तय किया गया है और शिवराज ने भी कहा कि 27 सितंबर तक मप्र की 18 प्लस आबादी को वैक्सीन का फर्स्ट डोज लग जाए अब प्रशासन को युद्ध स्तर पर मेहनत करना है। जो लोग पहला डोज लगाने से चूक गए है उन्हें तलाश कर वैक्सीन लगाई जाए साथ ही कलेक्टरों को डेंगू से बचाव के लिए एहतियातन कदम उठाने के भी निर्देश दिए है।