BHOPAL. सीएम शिवराज सिंह इन दिनों लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। हाल के दिनों में कई बड़े अधिकारियों पर निलंबन की गाज गिरी है। उनके निशाने पर भ्रष्ट नौकरशाह है। औचक निरीक्षण के दौरान सीएम शिवराज ने उन्हें फटकरा लगाते हुए कड़ी नसीहत दी है। एक बार फिर सीएम शिवराज ने ब्यूरोक्रेसी को आईना दिखाया है। मौका था रविंद्र भवन में आयोजित 'सुशासन समागम'। उन्होंने इशारों ही इशारों में नौकरशाहों को सख्त संदेश देते हुए कहा कि प्रदेश में किसी भी कीमत पर भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं होगा। भ्रष्ट और लापरवाह अधिकारियों की खैर नहीं होगी।
मोटिवेशनल स्पीकर की तरह स्पीच दी
सीएम शिवराज ने मोटिवेशनल स्पीकर की तरह स्पीच देते हुए कहा कि कई बार वल्लभ भवन (सचिवालय) में मुझे अच्छी-अच्छी पिक्चर्स दिखाई जाती है, लेकिन कई बार असलियत में वैसा नहीं होता। अफसरों की लापरवाही के कारण योजनाओं का लाभ सभी तक नहीं पहुंच पाता। कई बार वल्लभ भवन में जब हम समीक्षा करते हैं, तो बड़ी अच्छी पिक्चर दिखाई जाती है कि साहब की जय-जय हो रही है। जनता प्रसन्न है, लेकिन पता चला कि जमीन पर वो व्यवस्था पहुंच ही नहीं रही है, इसलिए मुझे लगा कि युवा ऊर्जा का उपयोग किया जाए।
यह भी पढ़ेंः उज्जैन में महाकाल लोक से शुरू होगी 5G सर्विस, सीएम शिवराज सिंह चौहान कल करेंगे शुरुआत
युवाओं के सवाल के जवाब भी दिए
इस दौरान उन्होंने युवाओं के सवाल के जवाब भी दिए। कार्यक्रम की शुरुआत में सीएम ने कहा कि यंग प्रोफेशनल्स डेवलपमेंट प्रोग्राम को एक साल पूरा हुआ है। योजनाएं बनाना सरल है, लेकिन सिस्टम इतना बड़ा है कि पात्र लोगों तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना बड़ी चुनौती है। इस अवसर पर सीएम शिवराज ने अपनी सरकार की अनेक योजनाओं की विस्तार से चर्चा की। साथ ही अपने राजनैतिक जीवन से जुड़े अनेक पहलुओं पर खुलकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि मैं नया मध्यप्रदेश गढ़ना चाहता हूं। आत्मनिर्भर मप्र के लिए कई संगठनों की जरूरत है। आज एक छत के नीचे 10 संगठन एकत्रित हुए हैं। एक-दूसरे से सीखा है। संस्थाओं को साथ मिलकर काम करना पड़ेगा। हमारे मन में ये नहीं है कि ये कार्यक्रम कर्मकांड बनकर रह जाए। नया मप्र बनाने में हमारा क्या उपयोग हो सकता है, इसके लिए सीएम मित्र और दूसरी योजनाएं बनाई हैं।
अच्छा काम करने वाली संस्थाओं का सहयोग
सीएम ने कहा कि अकेली सरकार सब बेहतर नहीं कर सकती। समाज का सहयोग और अच्छा काम करने वाली संस्थाएं सहयोग करें, तो सब संभव है। सरकारी अस्पताल में यदि कोई संस्था आकर मदद करना चाहे, तो मौका देना चाहिए। कुछ लोग हल्ला मचाना शुरू कर देते हैँ। सरकार प्राइवेटाइजेशन कर रही है। मैं इसका पक्षधर हूं कि अच्छा काम करने वाली संस्थाओं की मदद लेनी चाहिए।
समय सीमा में योजना का लाभ मिले
सुशासन का मतलब पात्र भाई-बहनों को बिना परेशानी समय सीमा में योजना का लाभ मिल जाए। ये सुशासन है। कानून व्यवस्था समेत कई पक्ष भी हैं, लेकिन योजनाओं की दृष्टि से ये सुशासन है। पीएम ने डीबीटी शुरू किया। एक जमाने में चेक बंटते थे। प्राकृतिक आपदाओं में पैसे लेकर नकद देने जाते थे। उसमें कुछ राशि रख लेते थे, फिर चेक देने लगे, उसमें भी कई बार पैसे लेने के बाद चेक देते। साइकिल वितरण की व्यवस्था में बच्चों के खातों में पैसे डालने लगे। मैंने देखा- साइकिल कम दिखने लगीं, बच्चों से पूछा तो बताया कि हमारे पापा ने कहीं और खर्च कर लिए। किसानों को सब्सिडी और बच्चों की साइकिल में हम दो जिलों में ई वाउचर शुरू कर रहे हैं।
इस तरह डिप्रेशन से निपटें
सीएम शिवराज ने कहा कि व्यक्ति जैसा सोचता है, वैसा बन जाता है। आपने टारगेट फिक्स कर लिया, उसे कैसे पाएंगे, इसका रोडमैप बना लिया तो सफलता निश्चित है। 18-19 घंटे लगातार काम करता हूं। मैं नहीं थकूंगा, लेकिन ये होगा कैसे। आपके अंदर इच्छाशक्ति होती है, तो शरीर से वैसे रसायन निकलते हैं, जो क्षमता बढ़ाते हैं। अगर आपने खुद को दीन-हीन समझा। असंभव को संभव बनाने का संकल्प ले लिया। वैष्णो देवी, सलकनपुर के पहाड़ पर बच्चे हंसते हुए चढ़ जाते हैं, क्योंकि जब मन में ठान लिया, तो सब संभव है। कई बार काम करते हैं, सफलता नहीं मिलती तो फिर से प्रयास करो।
12 जनवरी को लागू होगी यूथ पॉलिसी
सीएम ने कहा कि मप्र में वर्तमान चुनौतियों को देखते हुए यूथ पॉलिसी बनाई जाएगी। 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद जयंती पर कार्यक्रम करेंगे। 13 जनवरी को बड़ा कार्यक्रम आयोजित कर यूथ पॉलिसी लागू करेंगे। ये पॉलिसी मामा नहीं बनाएगा। आप लोग इसे बनाने में मदद करें। कई गोष्ठियां होंगी। सेमिनार होंगे। उनमें जो सुझाव आएंगे, उसके आधार पर सरकार यूथ पॉलिसी बनाएगी। उसमें जो प्रावधान होंगे, उन्हें जमीन पर उतारेंगे।
सीएम ने बताई भविष्य की योजनाएं
- यंग प्रोफेशनल्स जन्मदिन पर पेड़ लगाएंगे।