Jabalpur. महंगाई से जूझ रही जनता पर जल्द ही बिजली का करंट भी लगने वाला है, वर्तमान परिस्थितियों में बिजली की दामों में बढ़ोतरी होना तय माना जा रहा है। दरअसल कोल इंडिया लिमिटेड ने एक सर्कुलर जारी करते हुए कोयले के दामों में 20 फीसदी का इजाफा कर दिया है। 31 मई की रात से बढ़े हुए दाम लागू हो गए हैं। थर्मल एनर्जी के जानकार राजेंद्र अग्रवाल ने बताया कि कोयला 20 प्रतिशत महंगा होने की वजह से बिजली के दामों में करीब 50 पैसा प्रति यूनिट बढोतरी स्वाभाविक हो जाएगी। जिसके चलते 300 यूनिट तक के बिल पर उपभोक्ताओं को करीब 150 रुपए ज्यादा देने होंगे। यह आंकलन घरेलू उपभोक्ताओं के लिए है, व्यावसायिक उपभोक्ताओं पर यह मार और ज्यादा पड़ेगी।
यह भी पढ़ें
5 साल बाद हुआ इजाफा
दरअलस कोल इंडिया लिमिटेड ने 5 साल बाद कोयले के दामों में बढ़ोतरी की है। इससे पहले साल 2018 में दाम में इजाफा किया गया था। ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे ने बताया कि सर्कुलर प्राप्त हो चुका है। कोयला महंगा हुआ है तो सरचार्ज पर भी असर पड़ेगा। उधर मप्र पॉवर जरनेशन कंपनी के प्रबंध संचालक मनजीत सिंह ने बताया कि कोयले की कीमतों में बढोतरी की गई है, लेकिन फिलहाल इसका आंकलन नहीं किया गया है कि किस गुणवत्ता के कोयले पर कितने रुपयों की बढ़ोतरी हुई है। यह तय है कि कोयले के दाम बढ़ेंगे तो निश्चित तौर पर बिजली उत्पादन भी महंगा होगा।
ऐसे बढ़ेंगे बिजली के दाम
थर्मल पॉवर हाउस में बिजली उत्पादन के लिए जी 11 ग्रेड का कोयला इस्तेमाल किया जाता है। अभी इस कोयले के दाम 700 रुपए प्रति टन हैं। यदि इस कोयले के दाम में 20 फीसदी का इजाफा होता है तो इसकी कीमत संभवतः 825 रुपए प्रति टन हो जाएगी। बिजली कंपनियों द्वारा वसूला जाने वाला फ्यूल एंड पावर पर्चेस एडजस्टमेंट सरचार्ज भी बढ़ाया जाएगा। इसी वजह से बिजली महंगी होना तय है। मप्र पावर जनरेटिंग कंपनी द्वारा कोयला खरीदी के लिए हर साल 15 हजार करोड़ रुपए दिए जाते हैं।