BHOPAL. मध्यप्रदेश में एक बार फिर शीतलहर ने अपना असर दिखा दिया है। 3 दिनों तक थोड़ी राहत के बाद मध्यप्रदेश में ठंड बढ़ गई है। पहाड़ों पर बर्फबारी हुई है और वहां से आ रही बर्फीली हवाओं की वजह से मध्यप्रदेश में ठिठुरन बढ़ गई है। भोपाल, इंदौर और ग्वालियर समेत कई शहरों के तापमान में गिरावट आई है। मौसम विभाग के मुताबिक 18 जनवरी तक ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है, अभी पारा और गिरने की संभावना है।
4 डिग्री तक गिर सकता है भोपाल-इंदौर का पारा
मौसम विभाग के मुताबिक भोपाल और इंदौर का पारा 4 डिग्री तक गिरने की संभावना है। ग्वालियर-चंबल, बुंदेलखंड और महाकौशल में कहीं-कहीं कोहरा छा सकता है। रात का पारा लुढ़कने से ठंड का असर तेज होगा। ठंडी हवाएं लोगों को ठिठुरने पर मजबूर करेंगी।
मध्यप्रदेश के कई शहरों में पारा गिरा
शनिवार रात से मध्यप्रदेश के कई शहरों के तापमान में तेजी से गिरावट आई। भोपाल का तापमान 4.5 डिग्री गिरकर 22 डिग्री हो गया। इंदौर में पारा 2.5 डिग्री गिरकर 21.4 डिग्री पर आ गया। ग्वालियर में 6.2 डिग्री गिरकर 19 डिग्री पर पहुंच गया। गुनावमें 3.6 डिग्री गिरकर 22 डिग्री पर पहुंच गया। मध्यप्रदेश में नौगांव का पारा 10 डिग्री लुढ़का और 17.1 डिग्री पर आ गया। खजुराहो में दिन का पारा 8 डिग्री लुढ़ककर 19.6 डिग्री तक आ गया। मध्यप्रदेश के ज्यादातर शहरों का तापमान 25 डिग्री से नीचे रहा।
पहाड़ों से आ रहीं बर्फीली हवाओं ने बढ़ाई ठंड
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक उत्तर भारत से वेस्टर्न डिस्टरबेंस गुजर चुका है। इसकी वजह से पहाड़ों पर जमकर बर्फबारी हुई है। पहाड़ों पर बर्फ पिघलने के बाद मध्यप्रदेश में बर्फीली हवाएं आईं और ठंड बढ़ गई। हवा का रुख बदलकर उत्तर पश्चिमी हो गया है।
20 और 21 जनवरी को बादल छाने की संभावना
मध्यप्रदेश में 20 और 21 जनवरी को बादल छाने की संभावना है। सबसे ज्यादा बादल जबलपुर और छतरपुर में छाएंगे। इस दौरान भोपाल और इंदौर में दिन का तापमान 20 डिग्री से नीचे गिर सकता है। कई शहरों में बादल छाएंगे। दिन का पारा गिरेगा और रात का तापमान थोड़ा बढ़ सकता है।
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मध्यप्रदेश में 18 जनवरी तक ठंड से राहत नहीं
मध्यप्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस का असर खत्म हो गया है और बादल छंट गए हैं। इस वजह से अगले 3 दिनों में मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है। 18 जनवरी तक ठंड से राहत की उम्मीद नहीं है। ग्वालियर, चंबल, छतरपुर और खजुराहो में घना कोहरा छा सकता है। सीवियर कोल्ड वेव और कोल्ड डे हो सकता है। इससे पहले 10 जनवरी से मध्यप्रदेश में ठंड से थोड़ी राहत मिली थी। कोहरा और शीतलहर का असर नहीं था लेकिन मकर संक्रांति के बाद से ठंड बढ़नी शुरू हो गई।