संजय गुप्ता, INDORE. इंदौर में कलेक्ट्रेट की लेखा शाखा के बाबू मिलाप चौहान द्वारा किया गया घोटाला, जांच के बाद अभी तक ढाई करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है। आपको बता दें कि शुरुआत में घोटाले की राशि का आंकड़ा 1 करोड़ का आया था। वहीं जांच में चौंकाने वाली बात सामने आई है कि घोटाले की ये राशि चौहान ने मुंबई की बार बालाओं पर उडा ड़ाली।
बाबू बार बालाओं पर उड़ाता था पैसे
द सूत्र को मिली जानकारी के अनुसार बाबू घोटाले की राशि पत्नी और कंपनी के नाम पर खुले खातों में शिफ्ट करता और फिर उसे निकालकर मुंबई में बार में जाता था, जहां बार बालाओं में यह राशि उड़ाता था। अभी तक वो 1 करोड़ से ज्यादा की राशि बार बालाओं पर उड़ा चुका है। वहीं डेढ़ करोड़ की राशि से फार्म हाउस खरीदा था। यानी ढाई करोड़ से ज्यादा की राशि का घोटाला अभी तक सामने आ चुका है। जांच में कुल 7 करोड़ की राशि है, आशंका है कि इस राशि का भी अधिकांश हिस्सा चौहान ने गबन किया है। वहीं इस जांच में शाखा से जुड़े कई और लोगों के भी जुड़े होने की बात सामने आई है। इसमें चौहान ने कुछ लोगों को और साथ में जोड़कर इस गबन की राशि का हिस्सा बांटा है।
800 से ज्यादा ट्रांजेक्शन की राशि हुई गायब
जांच में अभी तक सामने आया है कि 800 से ज्यादा फेल ट्रांजेक्शन (जो हितग्राही के खाते में नहीं गई) की राशि गबन की गई है। ये राशि फर्जी खातों में गई है। ये राशि किसानों के विविध मुआवजों के साथ ही कोविड से मौत होने वाले व्यक्ति के परिजन के खाते के साथ ही विविध योजनाओं के हितग्राहियों के खाते में जाना थी।
खुद ही ट्रांजेक्शन कर दिए थे फेल, इसकी भी आशंका
ये भी आशंका सामने आ रही है कि कुछ ट्रांजेक्शन फेल हुए तो चौहान ने ये राशि अपने खातों में शिफ्ट कर ली, लेकिन बाद में जानबूझकर गरीब हितग्राहियों के खातों के ट्रांजेक्शन फेल किए गए, ताकि वो रिफंड हो जाए और इन्हें दूसरे खातों में डायवर्ट कर दिया जाए।
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अपर कलेक्टर द्वारा की जा रही है जांच
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी द्वारा इस मामले में विस्तृत जांच करने के लिए अपर कलेक्टर राजेश राठौड़ को जांच सौंपी गई है। उनकी अध्यक्षता में कमेटी लगातार दस्तावेजों को खंगाल रही है और शाखा और ट्रांजेक्शन से जुड़े सभी लोगों से बयान ले रही है। इन बयानों के आधार पर ही इस घोटाले के राज खुलने शुरू हो रहे हैं। इसके साथ ही कमेटी लूप होल भी देख रही है, ताकि आगे से इन घोटालों को रोकने का रास्ता भी निकाला जाए।