भोपाल. मध्यप्रदेश में डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया (Malaria) के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। बीते 40 दिनों में प्रदेश में डेंगू (Dengue) के 2000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के मुताबिक 31 जुलाई तक प्रदेश में डेंगू के मामलों की संख्या 225 थी, जो 40 दिन में बढ़कर 2232 हो गई है। प्रदेश में सबसे ज्यादा मामले मंदसौर (Mandsaur) में सामने आए हैं। यहां अब तक 735 मरीज मिले चुके हैं। वहीं, राजधानी भोपाल (Bhopal) में भी मरीजों का आंकड़ा 150 पार हो गया है।
स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति- कमलनाथ
मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ (Kamalnath) ने 11 सितंबर को ट्वीट करते हुए कहा कि 'मध्यप्रदेश में डेंगू और वायरल फीवर (Viral fever) के मरीजों का आंकड़ा निरंतर बढ़ कर भयावह होता जा रहा है। कई जिले हॉटस्पॉट बन कर इसकी चपेट में आ चुके हैं। अस्पताल मरीजों से भरे पड़े हैं। स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति प्रतिदिन सामने आ रही है।'
मध्यप्रदेश में डेंगू व वायरल फिवर के मरीज़ों का आँकड़ा निरंतर बढ़ कर भयावह होता जा रहा है।
कई ज़िले हॉट स्पॉट बन कर इसकी चपेट में आ चुके है।
अस्पताल मरीज़ों से भरे पड़े है।
स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाल स्थिति प्रतिदिन सामने आ रही है।— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) September 11, 2021
CM शिवराज ने दिए दिशा निर्देश
प्रदेश में डेंगू और कोरोना (Corona) के बढ़ते केसेस के कारण सीएम शिवराज (CM Shivraj) ने शुक्रवार को आपात मीटिंग की थी। सीएम ने कहा था कि डेंगू और कोरोना की रोकथाम में कोई कोताही न बरती जाए। उन्होंने कहा कि डेंगू रोकथाम के लिए मैदानी गतिविधि बढ़ाई जाए। लार्वा नष्ट करने और फॉगिग को तेज किया जाए। फीवर क्लिनिक पर तेजी से काम हो। नियमित समीक्षा जरूरी है। ओपीडी में परीक्षण एवं डेंगू की जांच हेतु सुविधा की मॉनिटरिंग करते रहें।